#SJaishankar : भारतीय नागरिकों को ICE द्वारा अपनाई गई 2012 की SOP के अनुसार हथकड़ी लगाई गई थी; महिलाओं और बच्चों को छूट दी गई: राज्यसभा में बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर#RajyaSabha #USA #Deportation #IllegalImmigration #DonaldTrump #DonkeyRoute pic.twitter.com/z4OH7VOF3h
— Moneycontrol Hindi (@MoneycontrolH) February 6, 2025
लवप्रीत कौर को 27 जनवरी को अमेरिकी बॉर्डर गश्ती दल ने पकड़ लिया और डिपोर्ट करने का फैसला किया। इन 25 दिनों के दौरान, वो और उनका बेटा दुबई और लैटिन अमेरिका (अल साल्वाडोर, ग्वाटेमाला और मैक्सिको) से होकर गुजरे।
लवप्रीत कौर को उसी मिलिट्री प्लेन से भेजा गया, जिसमें 104 प्रवासी भारतीय लौटे हैं। लवप्रीत ने कहा कि “हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया गया मानो हम कोई बहुत बड़े अपराधी हों। हथकड़ी और जंजीरों से जकड़े हुए हमें विमान में घूमने या बाकी लोगों के साथ बातचीत करने की अनुमति नहीं थी। यात्रियों द्वारा शौचालय जाने के लिए कहने पर भी कमर और पैरों से जंजीरें नहीं हटाई गईं। लवप्रीत ने कहा, हमें आमने-सामने बिठाया गया और पूरी उड़ान के दौरान किसी से किसी भी तरह की बातचीत करने की इजाजत नहीं दी गई।“
उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने उनसे अपनी बालियां, अन्य आभूषण और यहां तक कि जूते के फीते भी उतारने को कहा। अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर गिरफ्तार किए जाने के बाद हमें अपने मोबाइल फोन सिम कार्ड जमा करने के लिए कहा गया था। अधिकारियों ने केवल हमारे पासपोर्ट वापस लौटाये।
यूएस बॉर्डर पेट्रोल के प्रमुख माइकल डब्ल्यू बैंक्स द्वारा एक्स पर साझा किये गये एक वीडियो में निर्वासित लोगों के दावों की पुष्टि करता है कि उन्हें हथकड़ी लगाई गई थी और बेड़ियों से जकड़ा गया था। बैंक्स लिखते हैं: “यूएसबीपी और साझेदारों ने अवैध एलियंस को सफलतापूर्वक भारत लौटाया है। यह मिशन इमीग्रेशन (आव्रजन) कानूनों को लागू करने और तेजी से निष्कासन करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। यदि आप अवैध रूप से पार करते हैं, तो आपको लौटा दिया जाएगा।”
दैनिक भास्कर के इस वीडियो में पता चलता है कि निर्वासित भारतीयों के साथ अमेरिका ने क्या सलूक किया।
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) February 7, 2025
▪️भूख लगने पर बीफ दिया जाता था
▪️महिलाओं को भी बेड़ियों में रखा।
▪️सोने भी नहीं दिया जाता था।
हैरानी की बात है कि भारत के विदेश मंत्री कल संसद में कह रहे थे कि महिलाओं को बेड़ियों… pic.twitter.com/zWw2vTSTJ2
पहली बार लगाई गई हथकड़ी-बेड़ी
जयशंकर ने राज्यसभा में गुरुवार को यह भी कहा था कि अवैध भारतीयों को पहले भी भारत डिपोर्ट किया गया है। उन्होंने 2009 से लेकर 2025 तक के आंकड़े संसद में दे डाले। लेकिन उन्होंने यह नहीं कहा कि इससे पहले भेजे गये लोगों को हथकड़ी-बेड़ी लगाकर नहीं भेजे गये। जयशंकर का कहना है कि 2012 में अमेरिका में हथकड़ी-बेड़ी लगाने का नियम बना। लेकिन लोग तो उसके बाद भी बिना हथकड़ी-बेड़ी डिपोर्ट किये गये हैं।पिछले डेढ़ दशक में, अवैध प्रवासियों को मुख्य रूप से अमेरिका से चार्टर्ड और कमर्शल विमानों से निर्वासित किया गया है। उन चार्टर्ड उड़ानों में सशस्त्र एयर मार्शल होते थे, जो फ्लाइट में खतरा महसूस होने पर गोली मारकर हत्या करने के लिए अधिकृत थे। अधिकारियों ने दावा किया कि एयर मार्शलों ने कभी हथकड़ी का इस्तेमाल नहीं किया। बल्कि निर्वासित लोगों को शौचालय तक वही लोग लेकर जाते थे।
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