पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को गोरखपुर में गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर पीएम ने कहा कि, "गीता प्रेस विश्व का ऐसा इकलौता प्रिंटिंग प्रेस है, जो सिर्फ संस्था नहीं, बल्कि जीवंत आस्था है। मानव मूल्यों को बचाने के लिए गीता प्रेस जैसी संस्थाएं जन्म लेती हैं।  "गीता प्रेस का कार्यालय करोड़ों-करोड़ लोगों के लिए किसी मंदिर से कम नहीं है। इसके नाम और काम में भी गीता है। जहां गीता है वहां साक्षात कृष्ण भी हैं। जब संतों का आशीर्वाद फलीभूत होता है, तब ऐसे संस्थान बनते हैं। 1923 में गीता प्रेस के रूप में  यहां जो आध्यात्मिक ज्योति प्रज्ज्वलित हुई, आज उसका प्रकाश पूरी मानवता का मार्गदर्शन कर रहा है। हमारा सौभाग्य ही है कि हम सभी इस मानवीय मिशन की स्वर्ण शताब्दी के साक्षी बन रहे हैं।