नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज के तरीकों, ध्रुवीकरण की राजनीति और अल्पसंख्यकों के प्रति उनके रवैए की आलोचना देश के अंदर तो होती ही थी, अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस पर खुल कर चर्चा होने लगी है। इससे भारत की साख को बट्टा लगता है। दुनिया की सबसे मशहूर पत्रिकाओं में से एक ‘द इकनॉमिस्ट’ ने अपने ताज़ा अंक की कवर स्टोरी भारत पर ही की है और उसे ‘इनटॉलरेंट इंडिया’ नाम दिया है।