loader

सुशांत ने ड्रग्स के लिए अपने करीबी लोगों का इस्तेमाल किया: रिया चक्रवर्ती 

अपने ब्वॉय फ़्रेंड और फ़िल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद मीडिया, जांच एजेंसियों और आम लोगों के कटाक्षों का सामना कर रहीं रिया चक्रवर्ती ने बड़ा बयान दिया है। इन दिनों मुंबई की भायखला जेल में बंद रिया चक्रवर्ती ने अपनी जमानत के लिए लगाई गई दूसरी अर्जी में कहा है कि सुशांत ने ड्रग्स के लिए अपने करीबी लोगों का इस्तेमाल किया। 

रिया ने अर्जी में कहा है कि उन्हें निशाना बनाए जाने की कोशिश हो रही है। रिया ने कहा है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और तीन केंद्रीय एजेंसियां उनके ख़िलाफ़ जांच कर रही हैं लेकिन उन्हें कोई भी सबूत नहीं मिला है। रिया और उनके भाई शौविक चक्रवर्ती की जमानत याचिका पर गुरूवार को बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई होगी। 

रिया ने सुशांत मामले में अभी तक सभी जांच एजेंसियों के सवालों के खुलकर जवाब दिए हैं, मीडिया को इंटरव्यू दिए हैं और अपनी बात को दमदार तरीके से सामने रखा है। 

ताज़ा ख़बरें

रिया ने अर्जी में अपना पक्ष रखते हुए कहा है, ‘यह पूरी तरह साफ है कि घर में सुशांत सिंह राजपूत अकेले ऐसे शख़्स थे जो ड्रग्स लेते थे और वह अपने स्टाफ़ के लोगों को ड्रग्स ख़रीदने के लिए कहते थे।’

 

रिया ने कहा है कि अगर सुशांत आज जिंदा होते तो उन पर ड्रग्स की थोड़ी सी मात्रा लेने का केस होता और वह जमानती अपराध होता और वह एक साल की जेल के बाद छूट जाते। लेकिन यह बेहद बेहूदी बात है कि, ‘ड्रग्स लेने वाले शख़्स को तो अधिकतम एक साल की जेल होगी लेकिन मैंने कुछ मौक़ों पर उनकी ड्रग्स के पैसे का भुगतान किया, मुझे 20 साल की सजा हो सकती है।’ 

न्यूज़ चैनलों ने बनाया निशाना 

हाल ही में कुछ न्यूज़ चैनलों ने यह ख़बर जोर-शोर से चलाई थी कि रिया चक्रवर्ती ने एनसीबी के सामने इस बात को कबूल लिया है कि वह ड्रग्स लेती थीं। लेकिन एनसीबी की रिमांड कॉपी सामने आने के बाद पता चला था कि इसमें रिया के ड्रग्स लेने की बात का कोई जिक्र ही नहीं था। तब यह सवाल खड़ा हुआ था कि क्या रिया को जान-बूझकर निशाना बनाया गया। 

एनसीबी की रिमांड कॉपी में यह लिखा था कि रिया से लेकर हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा और बाक़ी लोग सुशांत के लिए ड्रग्स खरीदते थे। रिया ने एक टीवी चैनल के इंटरव्यू में भी स्वीकार किया था कि सुशांत ड्रग्स लेते थे।

सबूत नहीं छोड़ते थे सुशांत

रिया को 9 सितंबर को गिरफ़्तार किया गया था और एनसीबी ने उन्हें ड्रग सिंडिकेट का एक्टिव मेंबर बताया था। उनकी न्यायिक हिरासत को 6 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। रिया ने अर्जी में आगे लिखा है, ‘सुशांत ने मेरा, मेरे भाई शौविक और अपने स्टाफ़ के लोगों का अपनी ड्रग की आदत के लिए इस्तेमाल किया और वह अपने ख़िलाफ़ किसी भी तरह का कोई भी इलेक्ट्रॉनिक या कोई कागज का टुकड़ा जैसा सबूत नहीं छोड़ते थे।’ 

रिया ने लिखा है कि पब्लिक डोमेन में जो जानकारी है उसके मुताबिक़, ‘सुशांत ने मौत से तीन दिन पहले अपने कुक नीरज से कहा था कि वह गांजे के रोल बनाकर उनके बेडरूम में रख दे। नीरज ने सीबीआई को बताया है कि उसने नशा तैयार कर अभिनेता के बेडरूम के एक बॉक्स में रख दिया था और जब सुशांत की मौत हुई तो यह पता चला था कि यह बॉक्स पूरी तरह खाली था।’ 

बॉलीवुड में ड्रग्स कनेक्शन को लेकर रिया का नाम आने पर देखिए वीडियो- 
रिया ने अर्जी में लिखा है कि जांच एजेंसियों द्वारा इकट्ठे किए गए सबूतों से यह बात साफ होती है कि केवल सुशांत ही ड्रग्स लेते थे, वह इसके आदी थे और इसके लिए वह अपने आसपास रहने वाले लोगों का इस्तेमाल करते थे।

रिया ने अपनी 47 पेज की अर्जी में लिखा है कि सुशांत के अपने परिवार वालों से रिश्ते अच्छे नहीं थे और उनकी बहनों ने उन्हें डिप्रेशन की हालत के वक्त उन्हें छोड़ दिया था। रिया ने लिखा है कि सुशांत को गांजा भरकर सिगरेट पीने की आदत थी और ऐसा वह लगातार करते थे। 

देश से और ख़बरें
पिछले दो महीने की जांच के दौरान रिया को जांच एजेंसियों ने जब बुलाया, जिस दिन बुलाया, वह हाजिर हुई हैं। सुशांत की मौत की सीबीआई जांच की मांग को लेकर घमासान शुरू होने से पहले ही वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को ट्वीट कर इस मामले की इस सुप्रीम एजेंसी से जांच कराने की मांग कर चुकी थीं। 

‘कभी भी ड्रग्स नहीं ली’

रिया ने न्यूज़ चैनल आज तक को दिए गए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा था कि वह ड्रग्स लेने के आरोपों को सिरे से खारिज करती हैं और ये पूरी तरह बेबुनियाद हैं। रिया ने कहा था कि उन्होंने जिंदगी में कभी भी कोई ड्रग्स नहीं ली है और वह अपना ड्रग ट्रस्ट कराने के लिए तैयार हैं। रिया ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि सुशांत मैरोआना लेते थे और वह उन्हें कंट्रोल करने की कोशिश करती थीं।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें