संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रधानमंत्री मोदी के 'जान को ख़तरा' वाले नैरिटिव को खारिज कर दिया है और कहा है कि यह किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश है। इसने एक बयान जारी कर कहा है कि प्रधानमंत्री की यात्रा रोकने या उनके कार्यक्रम में अड़चन डालने का कोई कार्यक्रम नहीं था। इसने तो यह भी दावा किया है कि प्रदर्शन करने वाले किसानों को इसकी कोई पुख्ता सूचना नहीं थी कि प्रधानमंत्री का काफिला वहाँ से गुजरने वाला है। किसान यूनियनों के संगठन ने आरोप लगाया है कि रैली की विफलता को ढँकने के लिए प्रधानमंत्री ने पंजाब प्रदेश और किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की है।