क्यों सतर्क किया
मोहन भागवत ने कहा- "हालात बदलने में ज्यादा समय नहीं लगता। पहले संघ के प्रति उदासीनता थी, अब वह खत्म हो गई है। विरोध था, वह भी खत्म हो गया है। लेकिन हमेशा आगे बढ़ते रहे हैं। लेकिन अब हमारी स्थिति बदल गई है, इसलिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी दिशा वही रहे। उदासीनता और विरोध हमें सतर्क रखते थे। अब चारों ओर अनुकूल माहौल है, इसलिए हमें खुद प्रयास करने होंगे कि हम सतर्क रहें।" भगवत ने ये बातें दिल्ली के झांडेवालान में संघ के नए मुख्यालय केशव कुंज में संघ कार्यकर्ताओं और नेताओं के को संबोधित करते हुए कहीं।WATCH | During the inauguration of the new ‘Keshav Kunj’ karyalaya in Delhi, RSS Sarsanghchalak Dr. Mohan Bhagwat said:
— Organiser Weekly (@eOrganiser) February 19, 2025
“..The grandeur of this event should reflect the vastness of the Sangh’s work, and one should be able to experience it here. It does not take long for… pic.twitter.com/Hb0nX4F3EZ
#राजधानी दिल्लीत #RSS चे नवीन कार्यालय
— Sandip Rajgolkar (@SandipSR10) February 15, 2025
येत्या 19 फेब्रुवारीला सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत यांच्या हस्ते होणार उद्घाटन.
इमारतीची सुरक्षा असणार #CISF कडे#Bjp @DrMohanBhagwat pic.twitter.com/jDe4tDm8k3
राग विश्वगुरु
भागवत ने यहां भी विश्वगुरु राग छेड़ा। संघ प्रमुख ने कहा- "हमारा पूरा विश्वास है कि यह काम पूरी दुनिया तक पहुंचेगा और भारत को विश्व गुरु बनाएगा। हमें विश्वास है कि हम इसे होता हुआ देखेंगे... लेकिन संघ के स्वयंसेवकों को इसके लिए प्रयास करने होंगे। हमें इस कार्य का लगातार विस्तार करना होगा।" यहां बता दें कि पीएम मोदी भी विश्वगुरु की बातें कहते रहे हैं और विपक्ष अक्सर उन्हें विश्व गुरु तंज के रूप में कहता है। सोशल मीडिया पर विश्वगुरु के मीम भी बनाये जाते हैं।पिछले आठ वर्षों से RSS झांडेवालान में उदासीन आश्रम को किराए पर लेकर काम कर रहा था।आरएसएस के पदाधिकारी सितंबर 2024 से धीरे-धीरे नई इमारत में स्थानांतरित होने लगे हैं और अब उदासीन आश्रम को पूरी तरह खाली कर दिया गया है। हालांकि नए मुख्यालय के कुछ हिस्सों में अभी भी सजाने संवारने का काम चल रहा है।
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