बुधवार को ही गया में एक खाली डिब्बे में आग लगा दी गयी। इस बारे में गया के एसएसपी आदित्य कुमार ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है। कुछ लोगों ने रेल के डिब्बे में आग लगायी थी, हमने उनमें से कुछ को पहचान लिया है।
पटना के अलावा आरा, बक्सर, छपरा, हाजीपुर, समस्तीरपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, बिहारशरीफ, नवादा और भभुआ में भी आन्दोलन के कारण ट्रेेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। नवादा में मंगलवार को रेलवे स्टेशन पर खड़ी पटरी की देखरखे करने वाली मशीन में आग लगा दी गयी थी। पटना में देर शाम आन्दोलनकारियों और पुलिस के बीच रोड़ेबाजी हुई जिसमें दोनों तरफ से कई लोग घायल हो गये। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागने के अलावा लाॅज और किराये के मकानों में घुसकर आन्दोलनकारियों पर लाठियां बरसायीं।एक वायरल वीडियो में एक आन्दोलनकारी ने कहा कि गरीब को राशन मिल जाता है, बड़े लोगों को कर्ज मिल जाता है लेकिन हम जैसे मध्यम वर्ग के लोगों को तीस हजार की नौकरी भी नहीं दे रही सरकार। तीस हजार में क्या ताजमहल बना लेंगे। हम लोगों के लिए एक नौकरी है, उसे भी खत्म कर देगी सरकार। हम लोग 5-6 हजार महीने में खर्च कर तैयारी करते हैं। इसी उम्मीद से कि नौकरी मिलेगी। यह भी याद रखें कि सरकार हमारे ही टैक्स से पैसे देती है, अपने घर से नहीं।
आन्दोलनकारी का कहना है कि यह सरकार सिर्फ चुनाव से डरती है। इसको हराइये, इसका होश ठिकाने आ जाएगा। उसने कहा कि हम लोग भाजपा के सदस्य हैं, लेकिन इसका यह मतलब थोड़े ही है कि भूखे मर जाएं। हर काम में बीजेपी को सपोर्ट नहीं करेंगे। हमलोगों को कहां नौकरी मिलेगी, हमें कौन लोन देगा।
आन्दोलन का कारण
रेलवे भर्ती बोर्ड की जिस भर्ती परीक्षा के रिजल्ट को लेकर इतना बवाल मचा है उसे आम तौर पर एनटीपीसी या नॉन-टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी का इम्तिहान कहा जाता है। आन्दोलन करने वालों का कहना है कि 2019 में रेल मंत्रालय ने 35277 पदों के लिए स्नातक स्तरीय परीक्षा की वैकेंसी निकाली थी। इसके लिए दिसंबर 2020 से अप्रैल 2021 तक अलग-अलग तारीखों में परीक्षा ली गयी। इस साल 14जनवरी को इसकी प्रारंभिक परीक्षा- पीटी का रिजल्ट आया है।भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल का कहना है कि वास्तविकता यह है कि पीटी के रिजल्ट में 2 लाख 76 हजार उम्मीदवारों को ही अगली परीक्षा के लिए सफल घोषित किया है। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों की मांग है कि एक पद के लिए एक अभ्यर्थी के हिसाब से रिजल्ट देना चाहिए था।
अपनी राय बतायें