सुप्रीम कोर्ट की आपराधिक अवमानना के लिए दोषी ठहराये गये जानेमाने वकील प्रशान्त भूषण सज़ा दिए जाने के एक दिन पहले सुप्रीम कोर्ट दोबारा पहुँच गये। उन्होंने अर्जी दाखिल कर माँग की है कि सुप्रीम कोर्ट के 14 अगस्त के आदेश के ख़िलाफ़ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का वक़्त उन्हें दिया जाए।