भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र का जवाब दिया और उन्हें उस समय की याद दिलाई जब राहुल गांधी सहित उनकी पार्टी के नेताओं ने पीएम मोदी को अलग-अलग नामों से बुलाया था। इससे दो दिन पहले खड़गे ने पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों द्वारा राहुल गांधी को निशाना बनाने वाले "बेहद आपत्तिजनक" और हिंसक बयानों का मुद्दा उठाया था। खड़गे ने प्रधानमंत्री से अपने नेताओं को अनुशासित करने का भी आग्रह किया।
भाजपा नेता तरविंदर मारवाह ने धमकी देते हुए कहा था कि राहुल गांधी तुम्हारा हाल तुम्हारी दादी (इंदिरा गांधी) जैसा होगा। केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा था राहुल गांधी आतंकवादी नंबर 1 हैं। भाजपा के राज्यसभा सांसद अनिल बोंडे ने कहा था- राहुल गांधी की जुबान को काटना नहीं जला देना चाहिए था। शिवसेना शिंदे के विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा था कि राहुल गांधी की जुबान काटने वाले को वो 11 लाख रुपये देंगे। फिर दूसरे बयान में गायकवाड़ ने कहा कि वो कांग्रेसी कुत्तों को दफन कर देंगे। भाजपा की ओर से इन घटिया बयानों की निन्दा नहीं की गई।
अपनी प्रतिक्रिया में, भाजपा ने राहुल गांधी को "असफल उत्पाद" (failed product) कहा। यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी उन्हें बाजार (राजनीति) में सफलता दिलाने के लिए अपने असफल उत्पाद को चमकाने की कोशिश कर रही है।
भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा द्वारा लिखे गए पत्र में उल्लेख किया गया है कि खड़गे राहुल गांधी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि गांधी सहित उनकी पार्टी के कई नेता अतीत में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले कर चुके हैं। नड्डा ने खड़गे से यह भी पूछा कि वह किस दबाव में राहुल गांधी का समर्थन कर रहे हैं, जबकि राहुल कई मौकों पर पीएम मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणी कर चुके हैं।
पीएम को 110 बार अपशब्द कहाः भाजपा
नड्डा ने यह भी याद दिलाया कि कैसे सोनिया गांधी ने एक बार प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को "मौत का सौदागर" कहा था। उस समय कांग्रेस राजनीति में मर्यादा का मूल्य क्यों भूल गई। नड्डा ने लिखा- “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस ने, समग्र रूप से, राहुल गांधी के अशुद्ध विचारों को आत्मसात कर लिया है और ऐसा करके खुद को अपमानित महसूस कर रही है। पिछले 10 वर्षों में, कांग्रेस ने पीएम को 110 शब्द अपशब्द कहे हैं और पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी ऐसा करने का दोषी है।”
नड्डा ने कहा- “स्वतंत्र भारत में किसी भी जन नेता का इतना अपमान नहीं हुआ जितना आपकी पार्टी के नेताओं ने प्रधान मंत्री का किया है। और जो नेता प्रधानमंत्री के खिलाफ जितने अधिक अपशब्दों का प्रयोग करेगा, उसे उतने ही ऊंचे पद पर पदोन्नत किया जाएगा। अगर मैं इसका उदाहरण देना शुरू कर दूं तो मुझे एक किताब लिखनी पड़ेगी।'
मंगलवार को मोदी को लिखे अपने पत्र में खड़गे ने इस बात पर जोर दिया कि आपत्तिजनक बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भारतीय राजनीति को खराब होने से रोका जा सके और कुछ भी अप्रिय न हो। खड़गे ने कहा था कि “मैं आपका ध्यान एक ऐसे मुद्दे की ओर आकर्षित करना चाहता हूं जो सीधे तौर पर लोकतंत्र और संविधान से जुड़ा है। आपको पता होना चाहिए कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक, हिंसक और असभ्य बयान दिए जा रहे हैं।”
खड़गे ने लिखा था- “मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि भारतीय जनता पार्टी और आपके सहयोगियों के नेताओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली हिंसक भाषा भविष्य के लिए हानिकारक है। दुनिया हैरान है कि केंद्र सरकार में रेल राज्य मंत्री, भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के एक मंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता को 'नंबर एक आतंकवादी' कह रहे हैं।''
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