प्रधानमंत्री मोदी ने लालकिले से 15 अगस्त 2024 को जो भाषण दिया, उसके जरिए उन्होंने कई सारे मुद्दों को छुआ। लेकिन सारे मुद्दे कुल मिलाकर राजनीतिक हैं और उनके जरिए माहौल बनाने की कोशिश है। 98 मिनट के भाषण ने उनके 2016 के भाषण के 96 मिनट के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। 2017 में उनका सबसे छोटा भाषण 56 मिनट का था। लेकिन मोदी के भाषण से निकला क्या, यह ज्यादा महत्वपूर्ण है।
लालकिले से पीएम मोदी का भाषण समझिए- बांग्लादेशी हिन्दू, सिविल कोड, महिला सुरक्षा पर चिन्ता
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- 29 Mar, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार 15 अगस्त को अपने भाषण में कई विषयों को छुआ है, जिसमें बांग्लादेश के हिन्दुओं की चिन्ता, सेकुलर सिविल कोड, महिलाओं की सुरक्षा, एक देश-एक चुनाव और भ्रष्टाचार शामिल हैं। लेकिन प्रधानमंत्री का यह भाषण देश के विकास की रूपरेखा बताने की बजाय राजनीतिक विषयों पर ज्यादा केंद्रित रहा। इसको डिकोड करना आसान है- जब आप तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव और यूपी में उपचुनाव का सामना करने जा रहे हों तो भाषण के जरिए ध्रुवीकरण ही अंतिम हथियार है। जानिए मोदी का भाषण और उसके मायनेः
