क्या इसकी कल्पना की जा सकती है कि देश में प्रति 100 युवाओं में से 25 को कोई काम ही नहीं मिले या फिर किसी राज्य में तो 100 में से 47 युवाओं के पास कोई काम ही नहीं हो! पाँच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था, विश्व गुरु बनने का सपना क्या ऐसे पूरा हो सकता है जिसमें इतनी बड़ी आबादी बिना किसी काम के बैठी हो?
भयावह बेरोजगारी? पहली तिमाही में हर 100 में से 25 युवा बेरोजगार थे
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- 17 Mar, 2022
बेरोजगारी चुनावी मुद्दा भले न बना हो, अधिकतर मतदाताओं ने भले ही इस मुद्दे पर वोट नहीं दिया हो, लेकिन क्या देश में बेरोजगारी मसला नहीं है? जानिए सरकार के ही आँकड़े कितनी भयावह तसवीर पेश करते हैं।

भले ही इस सवाल की शक्ल कल्पनात्मक लगे, लेकिन देश में बेरोजगारी की सचाई ऐसी ही भयावह है। सरकारी आँकड़े ही इसकी तस्दीक करते हैं। ताज़ा आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण के अनुसार, 2021 की अप्रैल-जून तिमाही में देश भर के शहरी क्षेत्रों में युवा बेरोजगारी तेजी से बढ़कर 25.5% हो गई और उसके बाद भी दोहरे अंकों में बनी रही।