पीएम मोदी के मुखर विरोधी तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की राजनीतिक उम्मीदें फिर जवान हो रही हैं। केसीआर 31 अगस्त को पटना में बिहार के सीएम नीतीश कुमार और आरजेडी के संस्थापक लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करेंगे।
जेडीयू नेता नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने और कांग्रेस और आरजेडी से हाथ मिलाने के बाद हुए घटनाक्रम ने केसीआर को बहुत उत्साहित कर दिया है।
केसीआर, जो केंद्र की बीजेपी और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के साथ एक लड़ाई लड़ रहे हैं, उन्हें नीतीश में एक नया दोस्त मिल गया है। हालांकि इस बुनियादी तथ्य के बावजूद कि नीतीश ने कांग्रेस से हाथ मिलाया है। इसके बावजूद केसीआर नीतीश से मिलने वाले हैं।
टीआरएस सूत्रों के मुताबिक केसीआर बुधवार सुबह पटना के लिए उड़ान भरेंगे। जहां वो नीतीश और तेजस्वी से मिलेंगे। उनका लंच नीतीश के साथ है।
वह उसी शाम हैदराबाद लौटने से पहले तेलंगाना सरकार की ओर से गलवान घाटी के शहीदों के परिवारों को आर्थिक मदद भी देंगे।
केसीआर के नीतीश और तेजस्वी के साथ बीजेपी विरोधी गठबंधन बनाने और अगले दो वर्षों में आंदोलन को आगे बढ़ाने की रणनीतियों पर चर्चा करने की उम्मीद है। इस संबंध में वह पहले ही तेजस्वी से चर्चा कर चुके हैं।
टीआरएस प्रमुख ने इससे पहले केजरीवाल, ममता बनर्जी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, एम के स्टालिन, हेमंत सोरेन और अन्य सहित अन्य विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी। लेकिन वह इन दिनों नीतीश से बचते रहे क्योंकि जेडीयू बीजेपी का गठबंधन सहयोगी था।
अब जब नीतीश एनडीए से बाहर आ गए हैं, तो केसीआर की बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने की कोशिश ने फिर से जोर पकड़ लिया है।
अपनी राय बतायें