मोदी सरकार की सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर तो विवाद रहा ही है, लेकिन अब इसी प्रोजेक्ट का हिस्सा नये संसद भवन के ऊपर लगाए गए राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न पर विवाद हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस प्रतीक चिह्न का अनावरण किया और इसपर सवाल उठने लगे। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न के मूल रूप से छेड़छाड़ की गई है और उसके हावभाव को बदला गया है। इस पर आपत्ति करने वालों में सीपीएम, टीएमसी, राजद, आम आदमी पार्टी के नेता शामिल हैं। हालाँकि, प्रतीक चिह्न के डिजाइनरों ने दावा किया है कि राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न में कोई बदलाव नहीं किया गया है।