पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पांचवी पुण्य तिथि पर बुधवार को उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचे। नीतीश कुमार उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए उनकी समाधी ‘सदैव अटल’ पहुंचे। नीतीश कुमार कभी अटल बिहारी वाजपेई के बेहद करीबी लोगों में से एक रहे हैं। वह केंद्र में अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में रेल और कृषि जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों के मंत्री रह चुके हैं।
एनडीए गठबंधन का नीतीश हिस्सा रह चुके हैं। वह अब एनडीए में नहीं हैं और वर्तमान में विपक्षी इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। हाल के वर्षों में भी विभिन्न मौकों पर नीतीश कुमार अटल बिहारी वाजपेई की प्रशंसा कर चुके हैं। वह मानते हैं कि अटल बिहारी वाजपेई के समय की भाजपा कुछ और थी लेकिन अब भाजपा बदल चुकी है।
अटल बिहारी वाजपेई की समाधी ‘सदैव अटल’ पर पहुंच श्रद्धांजलि देने के बाद नीतीश कुमार ने मीडिया से कहा कि आप जानते ही हैं जब उनका अंतिम संस्कार हुआ तब तो हम यहां मौजूद थे। ऐसा बोल उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई से अपना गहरा जुड़ाव प्रदर्शित किया। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ-साथ केंद्र में सत्तासीन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सहयोगी दलों के नेता भी मौजूद थे।
नीतीश ने कहा, वह हमें बहुत प्रेम और इज्जत करते थे
इस अवसर पर नीतीश कुमार ने कहा कि, बीच में करोना का दौर आ गया था। आज जाकर हमकों मौका मिला तो हम यहां आए हैं। उन्होंने कहा कि वह हमें बहुत प्रेम करते थे। इज्जत करते थे। हम कभी इस बात को भूल नहीं सकते हैं। नीतीश ने कहा कि, कितना उन्होंने मुझे काम दिया है। सब दिन, जब तक वह रहे हमको उनका स्नेह मिला।
नीतीश कुमार ने कहा कि, जब बिहार में हम मुख्यमंत्री बनें तो बनाने के लिए वह थे। शपथ ग्रहण के दौरान भी वह मौजूद थे। आगे भी हर प्रकार उनसे मिलना जारी रहा। बीच में जब उनकी तबीयत खराब हो गई तब भी उनसे मिलना जारी रहा। उन्होंने कहा कि आज के दिन हम अपना श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए आए हैं, आज हम उनके प्रति सिर्फ नमन करने के लिए आए हैं। नीतीश कुमार ने इस दौरान मौजूदा राजनीति के किसी सवाल का जवाब देने से इंकार कर दिया। कहा कि बाकि बातों पर बाद में बात करेंगे।
अरविंद केजरीवाल को दी जन्मदिन की शुभकामनाएं
नीतीशकुमार ने बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं हैं। हाल के दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अरविंद केजरीवाल दोनों एक दूसरे के काफी करीब आए हैं। हाल के दिनों में दोनों की कई बार मुलाकात हो चुकी है। दोनों मुख्यमंत्री और उनकी पार्टियां अब विपक्षी इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं।
माना जाता है कि अरविंद केजरीवाल को इंडिया गठबंधन के करीब लाने में नीतीश कुमार का महत्वपूर्ण योगदान है। नीतीश कुमार की पहल पर ही विभिन्न विपक्षी दल एक मंच पर पटना में आएं थे। इसके बाद ही बेंगलुरु में विपक्षी इंडिया गठबंधन की नींव पड़ी थी। अब इस गठबंधन की अगली बैठक मुंबई में 31 अगस्त और एक सितंबर को होने वाली है। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार आने वाले दिनों में विपक्षी गठबंधन के अग्रणी नेता के तौर पर सामने आ सकते हैं।
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