रॉयटर्स के मुताबिक वॉशिंगटन में मानवाधिकारों की वकालत करने वाले लोगों ने मांग की है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन सार्वजनिक रूप से भारत के बिगड़ते मानवाधिकार रिकॉर्ड पर पीएम मोदी से बात करें। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ निजी तौर पर इस मुद्दे को उठाने का अमेरिकी नजरिया अब तक नाकाम रहा है।
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और शिक्षाविदों ने मोदी के नेतृत्व वाली हिंदू राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तहत भारत में मानवाधिकारों के बारे में अमेरिकी कांग्रेस में सुनवाई का भी आह्वान किया। मोदी अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर हैं।
मोदी यूएस मेंः मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने बाइडेन पर दबाव बढ़ाया
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- 29 Mar, 2025
प्रधानमंत्री मोदी इस समय वॉशिंगटन में मौजूद हैं और रॉयटर्स की खबर के मुताबिक मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति जो बाइडेन पर इस बात के लिए दबाव बढ़ा दिया है कि वो मोदी से भारत में मानवाधिकार उल्लंघन के मुद्दे पर खुलकर बात करें। प्राइवेट में इस पर बात करने से बात नहीं बनेगी। हालांकि व्हाइट हाउस ने साफ कर दिया है कि बाइडेन पीएम मोदी को इस मुद्दे पर कोई लेक्चर नहीं देंगे।
