किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन के 54 दिन बाद अब सरकार ने किसानों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। डल्लेवाल की हालत अब बेहद नाजुक स्थिति में पहुँच गई थी। वैसे तो किसान पिछले साल फरवरी महीने से ही अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन डल्लेवाल के अनशन के क़रीब दो महीने होने को आए तब सरकार की ओर से बातचीत करने की पहल की गई है। फिलहाल, सरकार के इस फ़ैसले के बाद चिकित्सा सहायता के लिए वह सहमत हुए और उनको ड्रिप चढ़ाई जा रही है। लेकिन सवाल है कि आख़िर सरकार को बातचीत के लिए सहमत होने पर आख़िर इतना समय क्यों लग गया?
अनशन पर बैठे डल्लेवाल से चर्चा तय करने में सरकार को 54 दिन क्यों लग गए?
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- 19 Jan, 2025
पिछले साल शुरू हुए किसान आंदोलन को क़रीब एक साल होने को आया और किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन के 54 दिन बाद अब सरकार जागी है? जानिए, डल्लेवाल ने अब क्या फ़ैसला किया।

इसकी वजह जानने से पहले यह जान लें कि किसान आंदोलन के बारे में सरकार की ओर से क्या कहा गया है और किसानों ने अब इस पर किस तरह की प्रतिक्रिया दी है। किसानों के विरोध पर गतिरोध को दूर करने के लिए केंद्र ने शनिवार को किसानों को उनकी मांगों पर चर्चा करने के लिए अगले महीने बातचीत के लिए आमंत्रित किया। यह सफलता तब मिली जब संयुक्त सचिव प्रिया रंजन के नेतृत्व में केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने डल्लेवाल से मुलाकात की और उनके संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।