'बहुत हुआ महिलाओं पर अत्याचार, अबकी बार मोदी सरकार' यह नारा देकर सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा देकर यह साबित करने की कोशिश की थी कि महिला सुरक्षा और उनके सम्मान की उन्हें बहुत चिंता है। लेकिन ये तमाम नारे और दावे उस वक्त हवाई साबित हो गए जब सरकार की नाक के नीचे दूरदर्शन में काम करने वाली महिलाओं के यौन शोषण के आरोप लगे और अभियुक्तों के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं हुई। महिला विकास मंत्री को लिखी चिट्ठी के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रधानमंत्री कार्यालय के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए अभियुक्तों को सज़ा देने के बजाय उन्हें बचाया गया। इन हालात में प्रधानमंत्री से सवाल तो बनता ही है कि आखिर कार्यस्थल पर काम करने वाली महिलाओं को यौन शोषण से कैसे बचाया जाए।
प्रधानमंत्री जी! बताएं, कार्यस्थल पर बेटियों को यौन शोषण से कैसे बचाएं!
- देश
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- यूसुफ़ अंसारी
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- 30 Dec, 2018

'बेटी बचाओ बेटी, बचाओ पढ़ाओ'
दूरदर्शन के अलग-अलग केंद्रों में यौन उत्पीड़न का शिकार होने वाली महिला कर्मियों ने कई साल बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने के बाद यह सवाल उठाया है कि जब 'बेटी बचाओ बेटी, बचाओ पढ़ाओ' का नारा देने वाली सरकार के अपने मीडिया हाउस में महिलाओं के उत्पीड़न की यह हालत है तो बाकी जगहों पर क्या हाल होगा। देश के अलग-अलग हिस्सों से आई इन महिला कर्मियों ने दिल्ली में बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपनी आपबीती सुनाई और अभियुक्तों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। कुछ दिन पहले 'मी टू' अभियान के तहत बॉलीवुड के कई कलाकारों पर यौन शोषण के आरोप लगे थे। इसी तरह के गंभीर आरोपों के चलते देश के विदेश राज्य मंत्री एम. जे. अकबर को इस्तीफ़ा देना पड़ा था अब दूरदर्शन के बड़े अधिकारियों पर यौन शोषण के आरोप लगने के बाद सत्ता के गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है।
अपने यौन शोषण के ख़िलाफ़ दूरदर्शन की महिला कर्मियों के खुलकर सामने आने के बाद खुलकर सामने आने के बाद प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने ट्वीट करके कहा है कि इन मामलों में उचित कार्रवाई की गई है। उन्होंने यह भरोसा दिलाया है कि वह इन सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द ठोस क़दम उठाएंगे। प्रसार भारती के सीईओ चाहे जो दावा करें, हक़ीक़त यह है कि यौन उत्पीड़न का शिकार हुई महिलाएं इंसाफ़ के लिए दर-दर भटक रहीं है और अभियुक्त अपने रसूख का लाभ उठाकर अपने पद पर बने हुए हैं या फिर रिटायरमेंट के बाद पेंशन पा रहे हैं।