कई तरह के विवादों के घेरे में रहे और इसके राजनीतिक इस्तेमाल के लिए बदनाम केंद्रीय जाँच ब्यूरो से लोगों का विश्वास तेज़ी से ख़त्म हो रहा है। यह इस हद तक जा  पहुँचा है कि लोग इससे अपने मामलों की जाँच करवाने का विरोध कर रहे हैं। ताज़ा उदाहरण में पत्रकार गौरी लंकेश और कम्युनिस्ट नेता गोविंद पनसारे के रिश्तेदारों ने खुल कर कहा है कि वे सीबीआई जाँच का विरोध करेंगे। तक़रीबन तीन साल पहले हुई इन हत्याकांडों में अब तक कोई ठोस जाँच नहीं हुई है।