कश्मीर में लंबी पाबंदी से भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं और कश्मीर मुद्दे के अंतरराष्ट्रीयकरण का ख़तरा बढ़ सकता है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी यह कहा जाने लगा है कि कश्मीर में हालात जल्द से जल्द सामान्य किये जाएं।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।