नफरत फैलाने वाली झूठी ख़बरों ने भारत की सेना को भी नहीं छोड़ा। सेना में 'मुसलिम रेजिमेंट' नाम का झूठ फैलाया गया। अभी भी फैलाया जा रहा है। इस झूठ से सेना को कितना नुक़सान हो सकता है, इसका इससे ही अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि पूर्व नौसेना प्रमुख सहित 120 पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है। उन्हें चिट्ठी में यहाँ तक लिखा कि धर्मनिरपेक्ष चरित्र की रक्षा की ज़रूरत है और फ़ेक न्यूज़ फैलाने वालों के ख़िलाफ़ 'तुरंत सख़्त कार्रवाई' की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 'मुसलिम रेजिमेंट' का यह झूठ हमारे 'सशस्त्र बलों के मनोबल पर एक घातक हमला' है और ऐसी झूठी पोस्ट देश के लिए ख़तरा हैं।
मुसलिम रेजिमेंट का सच! धर्म के नाम पर सेना को बाँटने की कोशिश?
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- 15 Oct, 2020

झूठी ख़बर और नफरत फैलाने वालों ने अब भारत की सेना को हो निशाने पर ले लिया है। हिंदू-मुसलिम करने के चक्कर में ऐसे लोग सेना में 'मुसलिम रेजिमेंट' का झूठ फैला रहे हैं। इसको लेकर पूर्व नौसेना प्रमुख सहित 120 पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने तो यहाँ तक आशंका जताई है कि ऐसी झूठी पोस्टों से 'राष्ट्रीय सुरक्षा ख़तरे में' न पड़ जाए। क्या इस गंभीरता को झूठी ख़बर पोस्ट करने वाले नहीं समझ रहे?
पूर्व सैनिकों ने सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही ऐसी झूठी पोस्ट के बारे में क्या-क्या लिखा है, यह जानने से पहले यह देख लें कि इस झूठ को फैलाने वाले लोग कौन हैं।