नफरत फैलाने वाली झूठी ख़बरों ने भारत की सेना को भी नहीं छोड़ा। सेना में 'मुसलिम रेजिमेंट' नाम का झूठ फैलाया गया। अभी भी फैलाया जा रहा है। इस झूठ से सेना को कितना नुक़सान हो सकता है, इसका इससे ही अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि पूर्व नौसेना प्रमुख सहित 120 पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है। उन्हें चिट्ठी में यहाँ तक लिखा कि धर्मनिरपेक्ष चरित्र की रक्षा की ज़रूरत है और फ़ेक न्यूज़ फैलाने वालों के ख़िलाफ़ 'तुरंत सख़्त कार्रवाई' की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 'मुसलिम रेजिमेंट' का यह झूठ हमारे 'सशस्त्र बलों के मनोबल पर एक घातक हमला' है और ऐसी झूठी पोस्ट देश के लिए ख़तरा हैं।