भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर हादसों पर केंद्र सरकार के बयान के बाद एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी ने शनिवार को स्थिति स्पष्ट की और देश को भरोसा दिया कि इस मामले में निष्पक्ष जांच हो रही है।
रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा था कि पिछले 5 वर्षों में एमआई-175 वी5 हेलिकॉप्टरों (
Mi-17V5 Helicopters) के 4 हादसे हो चुके हैं, जिनमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 21 लोगों की मौत हो चुकी है।
सीडीएस जनरल रावत जिस हेलिकॉप्टर में सवार थे, वो हादसा 8 दिसम्बर को हुआ था, जिसमें सभी 14 लोगों की मौत हो गई थी।
एयरफोर्स के इस हेलिकॉप्टर हादसे के बाद इसकी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो चुके हैं। इसीलिए एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी को शनिवार को बयान देना पड़ा।
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि मैं आप लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोर्ट आफ इन्क्वॉयरी की पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष होगी।
चौधरी ने कहा कि इस प्रक्रिया में हर पहलू को देखा जा रहा है।
तकनीकी ख़राबी या जिस भी कारण से दुर्घटना हुई, ये गहन जांच के बाद सामने आयेगा।
जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती मैं कुछ कहना नहीं चाहता।
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि यह आवश्यक है कि हर पहलू से जांच हो और हर
एक प्रक्रिया के जरिए उसे देखा जाए। कहां पर गलती हुई और क्या उचित
सिफारिशें सामने आती हैं, उस पर हम ध्यान देंगे।
उन्होंने
कहा कि तमिलनाडु में हुए हादसे के बाद सभी वीवीआईपी प्रोटोकॉल्स समीक्षा
के बाद फिर से तय किए गए हैं। जब जांच रिपोर्ट आ जाएगी तो इन सभी
प्रोटोकॉल्स की फिर से समीक्षा होगी।
एयर चीफ मार्शल ने यह भी कहा कि पाकिस्तान और चीन से खतरों की समीक्षा लगातार हो रही है और हम इससे पूरी तरह सतर्क हैं।
राफेल पर भी बोले
एयर चीफ मार्शल चौधरी ने
कहा कि हमने रक्षा मंत्री से भारत में राफेल की भविष्य में मेंटेनेंस के
लिए डी स्तर की व्यवस्था पर बात की है। हमें आखिरी राफेल विमान भारत के
हिसाब से उसमें तमाम तकनीकी बदलाव और सभी परीक्षण के बाद मिल जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हम फ्रांस की कंपनी का शुक्रिया अदा करते हैं कि उसने
समय पर हमें विमान पहुंचा दिया। जैसा कि सभी जानते हैं 36 राफेल लड़ाकू
विमान का करार उस कंपनी से हुआ था, जिसमें से 32 भारत को मिल चुके हैं। अभी
जो चार बाकी हैं, उनमें से तीन राफेल फरवरी तक आ जाएंगे।
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