loader
यूएस खुफिया प्रमुख तुलसी गाबार्ड और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल

तमाम दुनिया के जासूस प्रमुख दिल्ली में क्या कर रहे हैं, क्यों आए हैं?

ग्लोबल चुनौतियों और अनिश्चितताओं के बीच, दुनिया भर के खुफिया और सुरक्षा प्रमुखों का चौथा सम्मेलन रविवार (16 मार्च 2025) को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की मेजबानी में दिल्ली में शुरू हुआ। इस सम्मेलन में 28 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, जिसमें ग्लोबल खुफिया-शेयरिंग तंत्र, इमीग्रेशन समस्या और प्रत्यर्पण जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह सम्मेलन हर साल होने वाले तीन दिवसीय रायसीना डायलॉग से ठीक एक दिन पहले आयोजित किया गया है। रायसीना डायलॉग इस साल 17 से 19 मार्च तक हो रहा है। इस बार का सम्मेलन और डायलॉग दुनियाभर में हो रहे घटनाक्रमों की वजह से काफी महत्वपूर्ण बन गया है।

ताजा ख़बरें

सम्मेलन में फाइव आईज देशों (ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, यूनाइटेड किंगडम, और अमेरिका) के प्रमुखों की मौजूदगी रही, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इन देशों के प्रमुखों की कोई अलग बैठक हुई या नहीं। कनाडा के जासूस प्रमुख डैनियल रॉजर्स की भारत यात्रा भी चर्चा में है, क्योंकि यह भारत और कनाडा के बीच हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड को लेकर तनावपूर्ण रिश्तों के बाद हो रही है। 

अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गब्बार्ड, ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोनाथन पॉवेल और न्यूजीलैंड के खुफिया प्रमुख एंड्रयू हैम्पटन की मौजूदगी ने इस जमावड़े को महत्वपूर्ण बना दिया है।
दोनों देशों के बीच संबंध पिछले साल सितंबर में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद तनावपूर्ण हो गए थे, जिसमें उन्होंने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता का दावा किया था। भारत ने इन आरोपों को "बेतुका" बताकर खारिज कर दिया था।

सम्मेलन में आतंकवाद, वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों और सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया। यह आयोजन ऐसे समय में हो रहा है जब वैश्विक मंच पर बदलते समीकरण और अनिश्चितताएं देशों के बीच सहयोग को और जरूरी बना रही हैं। रायसीना डायलॉग के साथ यह सम्मेलन भारत की बढ़ती भूमिका को भी रेखांकित करता है।

दूसरी तरफ सोमवार से शुरू हुए रायसीना डायलॉग में लगभग 125 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। जिनमें मंत्री, पूर्व राष्ट्राध्यक्ष, सैन्य कमांडर, उद्योग प्रमुख, प्रौद्योगिकी नेता, शिक्षाविद, पत्रकार, सामरिक मामलों के विद्वान, अग्रणी थिंक टैंक के विशेषज्ञ शामिल हैं।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि 2025 के सम्मेलन में तमाम निर्णयकर्ता और विचारक विभिन्न प्रारूपों में छह विषयों पर बातचीत के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़ेंगे, जिसमें राजनीति में बाधा, डिजिटल एजेंट, उग्रवाद का व्यापार और शांति में निवेश:आदि शामिल हैं।

देश से और खबरें

भारत 2022 से ऐसे सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। जब खुफिया प्रमुखों ने रायसीना डायलॉग के बहाने अपनी सीक्रेट बैठकें भी अलग से कीं। इस कार्यक्रम में न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री लक्सन भी पांच दिवसीय यात्रा पर आए हैं। वो सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ व्यापक चर्चा करेंगे। लक्सन प्रधानमंत्री के रूप में भारत की अपनी पहली यात्रा पर हैं। उनके साथ न्यूजीलैंड का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी है।

रिपोर्ट और संपादनः यूसुफ किरमानी
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें