10 हज़ार नारीवादियों और नारीवादी समूहों ने हाथरस गैंगरेप व हत्या के दोषियों और इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अफ़सरों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की माँग की है। उन्होंने इस संबंध में बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि हालाँकि अरसे से ऐसी घटनाएँ होती रही हैं लेकिन मुख्यमंत्री योगी के शासन में उत्तर प्रदेश में स्थिति बद से बदतर होती गई है। महिलाओं और दलितों के ख़िलाफ़ अपराध बढ़ा है और आज उत्तर प्रदेश दलितों के ख़िलाफ़ अत्याचार के चार्ट और महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध के चार्ट में सबसे ऊपर है।
10 हज़ार नारीवादियों का बयान- हाथरस के दोषियों, लापरवाह अफ़सरों पर कार्रवाई हो
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- 6 Oct, 2020
हाथरस मामले में 10 हज़ार नारीवादियों ने बयान जारी किया है। उन्होंने हाथरस गैंगरेप और हत्या की निंदा की है और इसके दोषियों, ज़िम्मेदार अफ़सरों पर कार्रवाई की माँग की है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं, दलितों, ग़रीबों पर अपराध बढ़ गया है।

बयान जारी करने वालों में शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार, लेखक, कवि, पूर्व सरकारी अधिकारी, कॉर्पोरेट क्षेत्र से जुड़े कार्यकारी आदि शामिल हैं। 'ग्राउंडजीरो' वेबसाइट के अनुसार, बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में डॉ. सैयदा हामिद, अरुणा राय, प्रसार भारती के पूर्व सीईओ जवाहर सरकार, इंदिरा जयसिंह, अपर्णा सेन, माया कृष्णा राव, पत्रकार अंकिता आनंद, शिक्षा से जुड़े मैरी जॉन, निवेदिता मेनन, जानकी नायर, साधना आर्य आदि शामिल हैं।