बीजेपी नेताओं के नफ़रत फैलाने वाले पोस्ट नहीं हटाने का आरोप झेल रहा फ़ेसबुक अपने रुख पर अड़ा हुआ है और ग़ैर-बीजेपी दल की दिल्ली सरकार को ठेंगा दिखा रहा है। फ़ेसबुक इंडिया का रवैया इससे समझा जा सकता है कि दिल्ली विधानसभा की कमेटी के बुलाने पर कंपनी का कोई प्रतिनिधि नहीं गया।