नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को ईडी के समन पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने कहा है कि केंद्र सरकार बदले की भावना से काम कर रही है।
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और देश के तमाम राज्यों में डराने-धमकाने और देश का ध्यान मुद्दों से भटकाने की तकनीक अब पुरानी हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी न डरेगी, न झुकेगी और सीना ठोक कर ऐसी कार्रवाई का सामना करेगी।
सिंघवी ने कहा कि कानून का थोड़ा सा भी जानकार यह कह सकता है कि नेशनल हेराल्ड मामले में अब कोई कानूनी केस शुरू नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि यह केस 2015 में बंद हो गया था लेकिन सत्तारूढ़ सरकार को यह अच्छा नहीं लगा और उसने ईडी में अफसरों पर दबाव डलवाकर नया केस खुलवा दिया। उन्होंने कहा कि केस बंद होने के 7 साल बाद समन दिए जा रहे हैं और जीडीपी के आंकड़ों, बंटवारे की राजनीति और महंगाई से ध्यान हटाने के लिए ऐसा किया गया है।
सोनिया को 8 जून को बुलाया
सोनिया और राहुल गांधी को यह समन नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में भेजा गया है।
सोनिया गांधी को ईडी के सामने 8 जून को बुलाया गया है जबकि राहुल गांधी को 2 जून को पेश होने के लिए कहा गया है। अप्रैल में ईडी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से नेशनल हेराल्ड मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर पूछताछ की थी।
कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने बुधवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सोनिया गांधी 8 जून को एजेंसी के सामने पेश होंगी लेकिन पार्टी जांच एजेंसी को पत्र लिखकर राहुल गांधी को कुछ राहत देने की मांग करेगी क्योंकि वह विदेश में हैं। अगर वह आ जाते हैं तो वे तय समय पर जांच एजेंसी के सामने पेश हो जाएंगे।
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