मुसीबतों से लड़ीं, बाधाएँ पार कर 'खेल रत्न' बन गईं दीपा मलिक
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- 25 Aug, 2019
हौसला बुलंद हो तो शारीरिक दुर्बलता किसी भी कामयाबी के आड़े नहीं आती। इसका उदाहरण हैं दीपा मलिक। उनसे बातचीत की करेंट अफ़ेयर्स एडिटर नीलू व्यास ने।
हौसला बुलंद हो तो शारीरिक दुर्बलता किसी भी कामयाबी के आड़े नहीं आती। इसका उदाहरण हैं दीपा मलिक। उनसे बातचीत की करेंट अफ़ेयर्स एडिटर नीलू व्यास ने।