कोरोना संक्रमण के मामले मंगलवार को फिर से रिकॉर्ड तेज़ी से बढ़े। एक दिन में 1 लाख 15 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए। यह 24 घंटे में अब तक का सबसे ज़्यादा आँकड़ा है। इससे पहले सबसे ज़्यादा पॉजिटिव केस रविवार को आए थे जब 1 लाख 3 हज़ार केस आए थे। इसके बाद सोमवार को क़रीब 97 हज़ार पॉजिटिव केस रिकॉर्ड किए गए। यानी तीन दिन के अंदर यह दूसरी बार है जब संक्रमण के मामले एक लाख से ज़्यादा आए हैं।
भारत में हर रोज़ संक्रमण के मामले अब दुनिया में सबसे ज़्यादा आ रहे हैं। हर रोज़ संक्रमण के मामले में दूसरे स्थान पर ब्राज़ील है जहाँ 80 हज़ार से ज़्यादा पॉजिटिव केस आए हैं और तीसरे स्थान पर अमेरिका है जहाँ 60 हज़ार से ज़्यादा केस आए हैं। अब तक कुल संक्रमण के मामले में अमेरिका पहले स्थान पर है जहाँ 3 करोड़ 15 लाख मामले आए हैं, ब्राज़ील दूसरे स्थान पर है जहाँ 1 करोड़ 31 लाख केस हैं और तीसरे स्थान पर भारत में एक करोड़ 28 लाख मामले आए हैं।
भारत में 24 घंटे में 630 लोगों की मौत हुई है। अब जो ताज़ा संक्रमण के मामले आए हैं उनमें सबसे ज़्यादा केस महाराष्ट्र से आए हैं। राज्य से 55 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। इसमें से मुंबई में 10 हज़ार, पुणे में 11 हज़ार, नाशिक में 4300 और नागपुर में 3700 मामले दर्ज किए गए।
अब दिल्ली में भी संक्रमण काफ़ी तेज़ी से फैला है और वहाँ 5100 से ज़्यादा मामले आने लगे हैं। इससे पहले सोमवार को 3548 केस और रविवार को 4 हज़ार 33 मामले दर्ज किए गए थे। दिल्ली सरकार ने रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ़्यू लगा दिया है। यह नाइट कर्फ़्यू 30 अप्रैल तक लागू रहेगा।
केजरीवाल सरकार ने 100 से अधिक बेड वाले निजी अस्पतालों में कोरोना मरीज़ों के लिए 30 फ़ीसदी बेड आरक्षित करने के लिए कहा है। इन अस्पतालों में सामान्य बेड के अलावा आईसीयू बेड भी कोरोना मरीज़ों के लिए आरक्षित करने होंगे।
इस बीच केंद्र सरकार ने चेताया है कि अगले चार हफ़्ते तक स्थिति 'बेहद नाजुक' रहने वाली है। सरकार ने कहा है कि देश में कोरोना पिछले साल की अपेक्षा काफ़ी तेज़ी से फैल रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसा लगता है कि लोगों ने मास्क पहनने जैसे उपायों को तिलांजलि दे दी है। हर्षवर्धन ने कहा है कि कोरोना के इतनी तेज़ी से फैलने की वजह है लोगों द्वारा कोरोना से बचाव के उपायों के प्रति लापरवाही वाला रवैया अपनाना।
देश में कोरोना की दूसरी लहर है और केंद्र ने इसको नियंत्रित करने के लिए लोगों की सहभागिता को महत्वपूर्ण बताया है। 'पीटीआई' की रिपोर्ट के अनुसार, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने कहा है, 'दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए लोगों की भागीदारी महत्वपूर्ण है। अगले चार सप्ताह बहुत अहम हैं। पूरे देश को एकजुट होकर महामारी से लड़ने के प्रयास करने होंगे।'
महाराष्ट्र में स्थिति गंभीर
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के इतने मामले बढ़ गए हैं कि अस्पतालों में व्यवस्था कम पड़ने लगी है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से बात की और उनसे अनुरोध किया कि वे पड़ोसी राज्यों को महाराष्ट्र में ऑक्सीजन सिलेंडर भेजने के लिए कहें। राज्य के अस्पतालों में गंभीर रोगियों की देखभाल के लिए आवश्यक ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी की बात कही गई है।
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