जेएनयू में रविवार रात को हुए बवाल को लेकर कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस और मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि बवाल के दौरान दिल्ली पुलिस वहां मौजूद थी और मूकदर्शक बनकर खड़ी रही। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि देश भर के विश्वविद्यालयों में जो रहा है, उसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं।
सुरजेवाला ने आक्रामक अंदाज में कहा, ‘मोदी और शाह ने संविधान पर आक्रमण किया हुआ है। बोलने की आज़ादी, शिक्षा, रोज़गार, रोटी के अधिकार पर अतिक्रमण किया हुआ है। वह चाहते हैं हर जो आवाज़ उठे उसे पुलिस की लाठियों से कुचल दिया जाए।’ सुरजेवाला ने कहा कि मोदी और शाह पुलिस को मोहरा बनाना बंद करें और जनता की आवाज़ सुनना शुरू करें। उन्होंने कहा कि बीजेपी विश्वविद्यालयों की स्वायत्ता के टुकड़े-टुकड़े करना चाहती है।
सुरजेवाला ने कहा कि जेएनयू में हिंसा का नंगा तांडव सरकारी संरक्षण में हुआ और विश्वविद्यालय के शिक्षकों पर हमला किया गया। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘साबरमती हॉस्टल, पेरियार हॉस्टल और दूसरे हॉस्टलों में जाकर छात्रों को पीटा गया, हाथ-पाँव तोड़े गए, प्रोफ़ेसरों को पीटा गया, दिल्ली पुलिस को 150 से अधिक बार 100 नंबर पर कॉल किया गया, पुलिस मूकदर्शक बनी रही, यह याद दिलाता है कि इस देश में प्रजातंत्र और क़ानून का शासन नहीं बचा है।’
उदित राज ने कहा कि 300 पुलिस कर्मियों की उपस्थिति में आरएसएस-बीजेपी के कार्यकर्ता जेएनयू के बाहर खड़े थे और वामपंथियों को गालियां दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कैंपस के अंदर छात्रों को पिटवाया जा रहा था और बाहर से किसी को अंदर नहीं जाने दे दिया जा रहा था।
उदित राज ने कहा कि बवाल के दौरान उन्होंने जिन लोगों को चिन्हित किया है, उनके नाम हैं - मनोज शर्मा, पूर्व अध्यक्ष महरौली जिला बीजेपी, दिल्ली के पूर्व विधायक अनिल शर्मा, आज़ाद सिंह महरौली बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष, जगमोहन महलावत पूर्व महामंत्री महरौली जिला बीजेपी, संघ से जुड़े रविंदर सिंह, कृष्ण सेजवाल बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष वहां मौजूद थे। उदित राज ने कहा कि वह वहां रात 12.30 बजे तक वहां मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि रात 11 बजे तक लाइटों को बंद रखा गया और ऐसा लगा कि पुलिस के संरक्षण में यह सब हो रहा है।
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