नागरिकता संशोधन विधेयक संसद के दोनों सदनों से तो पास हो गया है लेकिन इसकी आगे की राह आसान नहीं है। विधेयक को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दिए जाने की तैयारी है। इंडियन यूनियन मुसलिम लीग (आईयूएमएल) ने विधेयक के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
नागरिकता संशोधन विधेयक: आसान नहीं राह, सुप्रीम कोर्ट में मिलेगी चुनौती
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- 12 Dec, 2019
नागरिकता संशोधन विधेयक संसद के दोनों सदनों से तो पास हो गया है लेकिन इसकी आगे की राह आसान नहीं है। इस विधेयक को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दिए जाने की तैयारी है।

जमीअत उलेमा-ए-हिंद भी देगा चुनौती
आईयूएमएल के बाद जमीअत उलेमा-ए-हिंद की ओर से भी कहा गया है कि उनका संगठन इस विधेयक को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगा। जमीअत का कहना है कि यह विधेयक संविधान के मूल ढांचे के ख़िलाफ़ है। राज्यसभा से विधेयक के पास होने के बाद जमीअत के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि विधेयक का पास होना बेहद दुखद है और इसे शीर्ष अदालत में चुनौती देने के लिए वकील से संपर्क किया गया है और याचिका तैयार की जा रही है। मदनी का कहना है कि यह विधेयक संविधान के अनुच्छेद 14 और 15 का उल्लंघन करता है। मौलाना मदनी ने कहा कि यह विधेयक धार्मिक भेदभाव और पूर्वाग्रह के आधार पर तैयार किया गया है।