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फोटो साभार: एक्स/@TheDeshBhakt

'अश्लील चर्चा' के लिए इलाहाबादिया, समय रैना व अन्य पर FIR

असम पुलिस ने यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया और कॉमेडियन समय रैना समेत अन्य इन्फ्लएंसर लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की है। यह मुक़दमा यूट्यूब शो 'इंडियाज गॉट लेटेंट' के हालिया एपिसोड में कथित तौर पर 'अश्लीलता को बढ़ावा देने और अश्लील चर्चा में शामिल होने' के लिए दर्ज किया है।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि यूट्यूबर और प्रभावशाली लोग आशीष चंचलानी, जसप्रीत सिंह, अपूर्वा मखीजा और अन्य को भी अश्लीलता को बढ़ावा देने के लिए एफआईआर में नामित किया गया है।

स्टैंडअप कॉमेडियन समय रैना के शो पर बवाल मच गया है। उनके रोस्ट शो में भद्दी टिप्पणियों के लिए यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया पर सोशल मीडिया यूज़र बरस पड़े। उन्होंने शो के दौरान कुछ ऐसा कह दिया कि लोगों ने उनसे अपने शब्द वापस लेने को कहा और माफी मांगने की मांग की। उनके ख़िलाफ़ शिकायत भी दर्ज करा दी गई है।

बवाल मचने के बाद इलाहाबादिया ने अपनी टिप्पणियों के लिए माफ़ी मांगी है। उन्होंने माना है कि यह वाक़ई अच्छा नहीं था। उन्होंने कहा है कि 'कॉमेडी मेरी विशेषज्ञता नहीं है'। रणवीर ने एक्स पर एक माफ़ी संदेश पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा, 'मुझे इंडियाज गॉट लेटेंट पर मैंने जो कुछ भी कहा, वह नहीं कहना चाहिए था। मुझे खेद है।'

वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, 'मेरी टिप्पणी न केवल ग़लत थी, बल्कि यह मज़ेदार भी नहीं थी। कॉमेडी मेरी खासियत नहीं है, मैं यहाँ केवल माफ़ी माँगने आया हूँ।' 

इलाहाबादिया ने कहा कि उनसे यह पूछने वाले सवालों की बाढ़ आ गई है कि क्या वह अपने मंच का इस तरह से उपयोग करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने अपनी सफ़ाई में कहा, 'स्पष्ट रूप से मैं इसका इस तरह से उपयोग नहीं करना चाहता। मैं जो कुछ भी हुआ उसके पीछे कोई संदर्भ, औचित्य या तर्क नहीं देने जा रहा हूँ। मैं यहाँ केवल माफ़ी माँगने आया हूँ। व्यक्तिगत रूप से मेरी निर्णय लेने की क्षमता में कमी थी। यह मेरी तरफ़ से ठीक नहीं था।'

उन्होंने अपने वीडियो बयान में कहा है, 'पॉडकास्ट को सभी उम्र के लोग देखते हैं, मैं ऐसा व्यक्ति नहीं बनना चाहता जो इस ज़िम्मेदारी को हल्के में ले और परिवार ऐसी आखिरी चीज है जिसका मैं कभी अनादर करूंगा।'
इलाहाबादिया ने कहा कि इस अनुभव से उन्हें यह सीख मिली है कि उन्हें अपने मंच का बेहतर इस्तेमाल करने की ज़रूरत है।

उन्होंने कहा, 'मैं बेहतर बनने का वादा करता हूं। मैंने वीडियो के निर्माताओं से वीडियो से असंवेदनशील हिस्से हटाने के लिए कहा है और अंत में मैं बस इतना कह सकता हूँ कि मुझे खेद है। मुझे उम्मीद है कि आप एक इंसान के तौर पर मुझे माफ़ कर देंगे।' 

इंडियाज गॉट लेटेंट शो में उपस्थिति के दौरान इलाहाबादिया ने एक प्रतियोगी से माता-पिता को लेकर भद्दा सवाल पूछ लिया था। इस टिप्पणी का एक वीडियो वायरल हो गया और सोशल मीडिया यूज़रों ने इलाहाबादिया की इस भद्दी टिप्पणी के लिए आलोचना की। उनके ख़िलाफ़ कई पुलिस शिकायतें दर्ज की गईं।

ख़ास ख़बरें
कार्यक्रम में आशीष चंचलानी, जसप्रीत सिंह और अपूर्वा मुखीजा भी शामिल थे। रणवीर की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ 'यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अपूर्वा मखीजा, कॉमेडियन समय रैना और शो 'इंडियाज गॉट लेटेंट' के आयोजकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। शो में कथित तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में मुंबई कमिश्नर और महाराष्ट्र महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई गई है और पत्र में आरोपियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की मांग की गई है'। 'इंडियाज गॉट लेटेंट' विवाद सामने आने के बाद मुंबई पुलिस की एक टीम खार स्टूडियो पहुँची है, जहां शो की शूटिंग हुई थी। मुंबई पुलिस ने यह जानकार दी है।
पार्टी लाइन से हटकर राजनेताओं ने पॉडकास्टर की आलोचना की। उनकी आलोचना करने वालों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल थे। मुख्यमंत्री ने कहा, 'मुझे इस बारे में जानकारी दी गई है, हालांकि मैंने अभी तक इसे नहीं देखा है। मुझे पता चला कि यह बहुत अश्लील था और यह गलत था। हर किसी को बोलने की स्वतंत्रता है, लेकिन यह स्वतंत्रता तब ख़त्म हो जाती है जब हम दूसरों की स्वतंत्रता में दखल करने लगते हैं। हर किसी की अपनी सीमाएं होती हैं, अगर कोई उन्हें पार करता है, तो कार्रवाई की जाएगी।'
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ओटीटी पर रेगुलेशन की मांग

रणवीर इलाहाबादिया को उनकी टिप्पणियों के कारण लोग बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया यूज़रों ने ऐसे अपमानजनक चुटकुलों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इलाहाबादिया की टिप्पणियों पर विवाद ने खास तौर पर ओटीटी प्लेटफार्मों पर कंटेंट पर रेगुलशन लगाने की बहस छेड़ दी है। सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि ऐसे कार्यक्रमों को ओटीटी पर बेलगाम नहीं छोड़ा जा सकता है और इससे समाज पर बुरा असर होता है।

(इस रिपोर्ट का संपादन अमित कुमार सिंह किया है।)
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क़मर वहीद नक़वी
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