नागरिकता क़ानून के विरोध में प्रदर्शन जारी रहे या न रहे, लेकिन समर्थन में तो बीजेपी कम से कम एक महीने तक कई जगहों पर प्रदर्शन करेगी और रैलियाँ निकालेगी। वैसे, जब से इस क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हो रहे हैं तब से ही बीजेपी सोशल मीडिया पर काफ़ी सक्रिय है और अलग-अलग तर्कों के साथ इसे सही साबित करने की कोशिश कर रही है। बीजेपी के नेता भी हर मंच पर इसको सही बता रहे हैं। लेकिन इन सबके बावजूद प्रदर्शन नहीं रुका और लगातार देश भर में बढ़ते ही गया तो बीजेपी ने भी समर्थन में प्रदर्शन की राह चुनी। कई राज्यों में रैलियाँ भी निकालीं।
समर्थन में बीजेपी की रैली से क्या बंद हो जाएगा नागरिकता क़ानून का विरोध?
- देश
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- 30 Dec, 2019
नागरिकता क़ानून के विरोध में प्रदर्शन जारी रहे या न रहे, लेकिन समर्थन में तो बीजेपी कम से कम एक महीने तक कई जगहों पर प्रदर्शन करेगी और रैलियाँ निकालेगी।

बता दें कि नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ देशभर में ज़बरदस्त प्रदर्शन हो रहे हैं। पिछले हफ़्ते ही उत्तर प्रदेश में विरोध-प्रदर्शन और इस दौरान हुई हिंसा में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई है। राज्य की पुलिस ने गुरुवार को ही कहा है कि इसमें 327 केसों में 1113 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। इसके साथ ही 5558 लोगों को हिरासत में लिया गया है। असम में भी हिंसा में कम से कम 5 लोग और कर्नाटक में दो लोग मारे गए हैं। नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ इसी विरोध-प्रदर्शन की काट के लिए बीजेपी ने समर्थन में प्रदर्शन की तरकीब निकाली। इसकी शुरुआत काफ़ी पहले ही हो गई थी।