नागरिकता क़ानून के विरोध में प्रदर्शन जारी रहे या न रहे, लेकिन समर्थन में तो बीजेपी कम से कम एक महीने तक कई जगहों पर प्रदर्शन करेगी और रैलियाँ निकालेगी। वैसे, जब से इस क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हो रहे हैं तब से ही बीजेपी सोशल मीडिया पर काफ़ी सक्रिय है और अलग-अलग तर्कों के साथ इसे सही साबित करने की कोशिश कर रही है। बीजेपी के नेता भी हर मंच पर इसको सही बता रहे हैं। लेकिन इन सबके बावजूद प्रदर्शन नहीं रुका और लगातार देश भर में बढ़ते ही गया तो बीजेपी ने भी समर्थन में प्रदर्शन की राह चुनी। कई राज्यों में रैलियाँ भी निकालीं।