कांग्रेस ने केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी पर न्यायपालिका पर सुनियोजित हमले का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता और जाने-माने वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि न्यायपालिका पर जानबूझकर, सुनियोजित, कोऑर्डिनेटेड हमले गंभीर और परेशान करने वाला मुद्दा है। जब सत्तारूढ़ दल के हिसाब से न्यायपालिका नहीं चलती तो उस पर इसी तरह हमले किए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि ये हमले आकस्मिक घटनाएं नहीं हैं, ये स्पष्ट रूप से सत्ताधारी दल द्वारा संस्थागत रूप से किए गए हैं।
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी नेता नूपुर शर्मा पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि नूपुर शर्मा को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। तमाम घटनाओं के लिए नूपुर की टिप्पणी जिम्मेदार है। सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर न्यायपालिका के खिलाफ अभियान छेड़ा गया। जजों को घटिया और अश्लील शब्दों से नवाजा गया। कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि सोशल मीडिया पर इस अभियान के पीछे बीजेपी है। जब न्यायपालिका उसकी नहीं सुनती है तो वो इसी तरह का रवैया अपनाती है।
सिंघवी ने कहा कि न्यायपालिका को टारगेट करने के लिए बीजेपी ने अपनी ट्रोल आर्मी को सक्रिय किया। अगर कोई न्यायपालिका के नजरिए से सहमत नहीं है तो क्या वो अदालत पर हमले शुरू कर देगा। यदि आप सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों को पसंद नहीं करते हैं, तो आपके पास इसे लागू करने का जोखिम लेने की क्या जरूरत है।
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