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अरुणाचल यात्रा: चीन की आपत्ति पर शाह बोले- हमारी ज़मीन कोई नहीं ले सकता

चीन ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अरुणाचल प्रदेश की उस जगह की यात्रा का विरोध किया जिसे बीजिंग ने अपना होने का दावा किया है और उसका नाम बदलकर जांगनान रखा है। हालाँकि, इस विरोध का अमित शाह ने आज ही जवाब भी दे दिया। उन्होंने आज कहा कि कोई भी भारत की क्षेत्रीय अखंडता पर सवाल नहीं उठा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी एक इंच जमीन भी कोई नहीं ले सकता।

गृह मंत्री अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती गांव और भारत के सबसे पूर्वी स्थान किबिथू से 'वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम' की शुरुआत करने पहुँचे थे। उनकी इसी यात्रा को लेकर चीन ने विरोध किया।

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चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि अमित शाह की अरुणाचल की यात्रा 'चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन करती है और सीमा क्षेत्र में शांति के लिए अनुकूल नहीं है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने दिन में एक समाचार ब्रीफिंग में बताया कि चीन गृह मंत्री अमित शाह की अरुणाचल प्रदेश की यात्रा का दृढ़ता से विरोध करता है।

अमित शाह का यह दो दिवसीय दौरे का हिस्सा है। वह असम भी जाने वाले हैं। इस बीच, अमित शाह ने कहा है कि सेना यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी भारतीय क्षेत्र में अतिक्रमण न करे।

अमित शाह ने कहा, "2014 से पहले पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र को अशांत क्षेत्र के रूप में जाना जाता था, लेकिन पिछले 9 वर्षों में, पीएम मोदी की 'पूर्व की ओर देखो' नीति के कारण, पूर्वोत्तर को अब एक ऐसा क्षेत्र माना जाता है जो देश के विकास में योगदान देता है।"
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उन्होंने सेना और सीमा पुलिस की तारीफ करते हुए कहा,

आज पूरा देश अपने घरों में चैन की नींद सो सकता है क्योंकि हमारे आईटीबीपी के जवान और सेना हमारी सीमाओं पर दिन-रात काम कर रही है। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि किसी के पास इतनी ताक़त नहीं कि हम पर बुरी नजर डाले।


अमित शाह, गृह मंत्री

पिछले हफ्ते चीन ने अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों का नाम बदला था जिसे वह अपने क्षेत्र के हिस्से के रूप में दावा करता है। चीन ने अरुणाचल प्रदेश के लिए चीनी, तिब्बती और पिनयिन नामों का तीसरा सेट जारी किया था। अरुणाचल में छह स्थानों के मानकीकृत नामों का पहला बैच 2017 में जारी किया गया था, और 15 स्थानों का दूसरा बैच 2021 में जारी किया गया था। इसके पीछे अरुणाचल प्रदेश पर अपने दावे को बनाए रखने के लिए चीन ऐसी हरकतें करता रहता है। वह मामला भी उसी से जुड़ा था।

चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने पिछले हफ़्ते अरुणाचल प्रदेश के लिए 11 स्थानों के नए नाम जारी किए थे। जिन्हें चीन "तिब्बत का दक्षिणी भाग जंगनान (Zangnan) कहता है। चीन ने जिन नामों को बदला था उनमें दो भूमि क्षेत्रों, दो आवासीय क्षेत्रों, पांच पर्वत चोटियों और दो नदियाँ भी शामिल थीं। 

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क़मर वहीद नक़वी
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