अपने चचेरे भाई चिराग पासवान के ख़िलाफ़ बग़ावत का झंडा उठाने वाले लोक जनशक्ति पार्टी सांसद प्रिंस राज पासवान विवादों के केंद्र में हैं। पार्टी से जुड़ी एक महिला ने उन पर यौन हमले का आरोप लगाते हुए दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।
दिल्ली पुलिस ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि तीन पेज की इस शिकायती चिट्ठी की जाँच की जा रही है, लेकिन अभी तक एफ़आईआर दर्ज नहीं की गई है।
चिराग की चिट्ठी
जिस दिन यह शिकायत की गई, ठीक उसी दिन चिराग पासवान ने पत्रकारों को वह चिट्ठी दिखाई, जो उन्होंने अपने चाचा और प्रिंस राज के पिता परशुराम कुमार पारस को लिखी थी। चिराग पासवान ने इस चिट्ठी में कहा था कि उन्होंने पहले भी घर का बुजुर्ग होने के नाते परशुराम पारस का ध्यान इस ओर दिलाया था, पर वह चुप रहे।
चिराग पासवान ने कहा कि उन्होंने इसके बाद प्रिंस राज से कहा था कि वे यह मामला पुलिस में दर्ज कराएं, ताकि सच का पता चल सके।
बता दें कि प्रिंस राज, रामबिलास पासवान के भाई रामचंद्र पासवान के भाई के बेटे हैं। रामचंद्र पासवान समस्तीपुर से सांसद थे, उनके निधन के बाद इस सीट से प्रिंस ने लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। यानी, वे फिलहाल सांसद हैं।
प्रिंस के ख़िलाफ़ कार्रवाई
एक अहम राजनीतिक घटनाक्रम में चिराग पासवान ने अपने खिलाफ बगावत करने वाले प्रिंस राज पासवान को बिहार ईकाई के प्रमुख के पद से हटा दिया है और अपने क़रीबी सहयोगी राजू तिवारी को उस पद पर नियुक्त कर दिया है।
प्रिंस राज उन पाँच सांसदों में शामिल हैं, जिन्होंने सोमवार को पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व में बगावत की थी और लोकसभी स्पीकर से उन्हें अलग गुट के रूप में मान्यता देने का आग्रह किया था।
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