अपने बिहार दौरे के दूसरे दिन पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को पटना के प्रसिद्ध तख्त श्री हरमंदिर साहिब गुरुवारे में पहुंच कर माथा टेका है और अरदास किया है। इस गुरुवारा में पहुंचने के बाद पीएम मोदी सेवादार के रूप में भी दिखे।
यहां उन्होंने खुद से रोटियां बेली, दाल बनाई, इसके बाद लंगर में जाकर लोगों को अपने हाथ से खाना भी परोसा। इस दौरान पीएम मोदी पगड़ी भी पहने हुए थे।
गुरुद्वारे में पीएम करीब 20 मिनट तक रुके। माना जा रहा है कि देश और दुनिया में प्रसिद्ध पटना साहिब गुरुद्वारे में पहुंचने वाले वह पहले प्रधानमंत्री हैं। वह पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने इस गुरुवारे में आकर सेवादार की भूमिका निभाई है।
इस गुरुद्वारे में पीएम मोदी के जाने को राजनीति और लोकसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि पिछले कुछ वर्षों से पंजाब के किसान भाजपा और पीएम मोदी से नाराज चल रहे हैं।
पंजाब के किसानों में बड़ी आबादी सिख किसानों की है। इसके साथ ही दिल्ली में भी सिखों की बड़ी आबादी है, उनकी आबादी दिल्ली की कई सीटों पर जीत और हार में बड़ी भूमिका निभा सकती है। वहीं बिहार में भी पटना साहिब लोकसभा सीट पर अच्छी संख्या में सिख वोटर हैं।
ऐसे में पीएम मोदी का गुरुद्वारे का दौरा भले ही अराजनैतिक कहा जा रहा हो लेकिन इससे भाजपा को फायदा हो सकता है। पीएम ने पटना साहिब गुरुद्वारे का दौरा कर भाजपा से नाराज सिखों की नाराजगी दूर करने की कोशिश की है।
पाकिस्तान ने चूड़िया नहीं पहनी है तो हम पहना देंगे
बिहार दौरे के दूसरे दिन सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में तीन जनसभाओं को संबोधिक किया है। ये जनसभाएं हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और छपरा में हुई हैं।मुजफ्फरपुर में पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इंडी गठबंधन के नेता कहते हैं कि पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहनी हैं। अरे भाई, पहना देंगे। अब उनको आटा भी चाहिए, उनके पास बिजली भी नहीं है। हमें मालूम नहीं था कि उनके पास चूड़ियां भी नहीं हैं।
यहां उन्होंने कहा कि अपने मुहल्ले में ढीला पुलिस वाला पसंद करते हैं क्या? ढीला टीचर पसंद करते हैं क्या? फिर देश का प्रधानमंत्री मजबूत होना चाहिए या नहीं? डरपोक पीएम देश चला सकता है क्या? देश कांग्रेस जैसी डरपोक और कमजोर सरकार नहीं चाहता है।
सोमवार को पीएम मोदी ने बिहार में मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा फिर उठाया। कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार ने रातो रात वहां जितनी भी मुस्लिम जातियां हैं सभी को आदेश निकाल कर ओबीसी बना दिया। इसके कारण ओबीसी को जो आरक्षण मिला था उसमें उन्होंने डाका डाला।
उन्होंने कहा कि यह लिख लो यह मोदी है, जान की बाजी लगा दूंगा लेकिन आप को न संविधान को हाथ लगाने दूंगा, न धर्म के आधार पर आरक्षण देने दूंगा और न ही एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण छीनने दूंगा। इसलिए मोदी किसी को धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देने देगा, और ये मोदी की गारंटी है।
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