जाति जनगणना का मुद्दा बिहार में ज़ोर पकड़ रहा है। राज्य के मुख्य विपक्ष राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव जाति जनगणना की माँग तो कर ही रहे हैं, उन्होंने कर्नाटक मॉडल पर 'सामाजिक व शैक्षणिक सर्वेक्षण' का सुझाव दिया है।
कर्नाटक मॉडल पर बिहार में जाति जनगणना की माँग क्यों?
- बिहार
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- 3 Aug, 2021

बिहार में विपक्ष का नेता और मुख्यमंत्री, दोनों ही जाति जनगणना के पक्ष में हैं। तेजस्वी यादव कर्नाटक मॉडल की बात कर रहे हैं तो नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी से मिलने का समय माँग रहे हैं। क्या है मामला?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी जाति जनगणना के पक्ष में हैं और उन्होंने कहा है कि केंद्र राजी न हो तो बिहार अपने स्तर पर जाति जनगणना करवा सकता है। उन्होंने यह भी कहा है कि वे इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात करेंगे।
बिहार की राजनीति में वर्चस्व रखने वाले अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) पर अपनी पकड़ बरक़रार रखने के लिए तेज़स्वी यादव हर हाल में जाति आधारित जनगणना के लिए कर्नाटक मॉडल का सुझाव दे रहे हैं तो मुख्यमंत्री भी इस समुदाय पर अपनी छाप छोड़ने के लिए हर हाल में जाति को शामिल करना चाहते हैं।