बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति सर्वेक्षण के आँकड़े जारी होने के बाद मंगलवार को सभी दलों की एक बैठक बुलाई है। कहा जा रहा है कि बैठक में सभी दलों के साथ सर्वेक्षण की रिपोर्ट की जानकारी साझा की जाएगी और इस संबंध में आगे क्या कदम उठाए जाने की ज़रूरत है, इस पर चर्चा की जाएगी।
जाति सर्वेक्षण पर नीतीश ने आज बुलाई सर्वदलीय बैठक
- बिहार
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- 3 Oct, 2023
बिहार में जाति सर्वेक्षण के आँकड़े जारी किए जाने के बाद अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आख़िर सर्वदलीय बैठक क्यों बुलाई? जानिए, उनका क्या मक़सद है।

बिहार में सोमवार को जाति सर्वेक्षण के जो आँकड़े आए हैं उसमें 27% पिछड़ा वर्ग है और 36% अत्यंत पिछड़ा वर्ग। जाति सर्वेक्षण के अनुसार 19 फीसदी से थोड़ी ज्यादा अनुसूचित जाति और 1.68 फीसदी अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या बताई गई है। बिहार सरकार द्वारा कराए गए जाति आधारित सर्वेक्षण में कुल आबादी 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 बताई गई है। राज्य में कुल आबादी के 14 फ़ीसदी यादव हैं जबकि 3.45 फ़ीसदी राजपूत। बिहार में सवर्णों की तादाद 15.52 फीसदी है। सर्वेक्षण के अनुसार भूमिहार की आबादी 2.86 फीसदी, ब्रह्मणों की आबादी 3.66 फीसदी, कुर्मी की 2.87 फीसदी और मुसहर की आबादी 3 फीसदी है।