बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने की लड़ाई लड़ रहे एलजेपी मुखिया चिराग पासवान अपने एक हालिया वीडियो को लेकर घिर गए हैं। इस वीडियो में चिराग अपने पिता रामविलास पासवान की मौत के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने वाला एक वीडियो शूट कर रहे थे।
लेकिन वीडियो में वह अपने बालों के टेक्सचर की बात कर रहे थे और सोशल मीडिया पर लोगों का कहना था कि वीडियो को देखकर ऐसा नहीं लगा कि वह गंभीर या दुखी थे। वीडियो के सामने आने के बाद कई नेताओं ने चिराग पर सवाल उठाया था।
वीडियो को लेकर चिराग के सियासी विरोधी और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने उन पर हमला बोला था। मांझी ने राम विलास पासवान की मौत पर सवाल उठाया और कहा कि वह इस मुद्दे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने ले गए हैं। लंबी बीमारी के बाद 8 अक्टूबर को पासवान का निधन हो गया था। वह केंद्र सरकार में मंत्री थे।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, मांझी ने पीएम मोदी को इस विषय में पत्र लिखा है। पत्र में मांझी ने राम विलास पासवान की मौत की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। मांझी ने चिराग के वीडियो का भी हवाला दिया है।
एएनआई के मुताबिक़, मांझी ने लिखा है, ‘राम विलास पासवान की मौत के कारण देश दुखी था लेकिन एलजेपी मुखिया उनके अंतिम संस्कार के अगले दिन वीडियो शूट करते हुए मुस्कुरा रहे थे। वह शूटिंग के बारे में बात कर रहे थे।’ हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष मांझी ने कहा है कि वीडियो सामने आने के बाद राम विलास पासवान के प्रशंसकों और रिश्तेदारों की ओर से कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं।
मांझी ने पूछा है, ‘जिस अस्पताल में राम विलास पासवान भर्ती थे, किसके निर्देश पर उसने उनके मेडिकल बुलेटिन को रिलीज नहीं किया।’ उन्होंने यह भी पूछा है कि किसके निर्देश पर केवल तीन लोगों को ही राम विलास पासवान से मिलने की अनुमति थी।
चिराग ने दिया जवाब
मांझी के इन सवालों का जवाब देने के लिए चिराग ख़ुद आगे आए हैं। एएनआई के मुताबिक़, चिराग ने कहा है, ‘जब मेरे पिता अस्पताल में भर्ती थे, तब मांझी ने इतनी चिंता क्यों नहीं दिखाई। अब हर कोई एक मरे हुए इंसान पर राजनीति कर रहा है। जब वह जीवित थे, किसी ने उनसे मिलने की जहमत क्यों नहीं उठाई।’
नीतीश पर भी हमलावर
विरोधी दलों के नेताओं के इस बयान पर कि वह वीडियो के दौरान बहुत दुखी नहीं दिखाई दे रहे थे, चिराग ने कहा कि उन्हें अपने दुख को किसी के सामने साबित करने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला और कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वह इतना नीचे गिर जाएंगे।
देखना होगा कि चिराग के इस वीडियो के सामने आने के बाद और मांझी के इसे लेकर मोदी को चिट्ठी लिखने के बाद क्या एलजेपी की चुनावी संभावनाओं पर कोई असर पड़ेगा। क्योंकि चिराग के सियासी विरोधियों द्वारा की गई राम विलास पासवान की मौत की जांच की मांग उन्हें चुनाव के मौक़े पर राजनीतिक नुक़सान पहुंचाने की एक कोशिश भी हो सकती है। क्योंकि यह कहा जा सकता है कि चिराग जिस बुरी तरह से नीतीश पर हमलावर हैं, ऐसे में उन्हें घेरने के लिए नीतीश ने अपने लेफ़्टिनेंट मांझी को इस वीडियो को लेकर उन पर आक्रामक होने के लिए कहा हो, हालांकि ये सिर्फ़ कयास भी हो सकते हैं।
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