बिहार की 40 लोकसभा सीटों के लिए इंडिया गठबंधन की ओर से सीट शेयरिंग का अब तक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन सीटों की संख्या पर जिस तरह घटक दल दावे कर रहे हैं उससे दावेदारी 55 सीटों तक पहुँच गई है।

क्या बिहार में भी सीट बँटवारे को लेकर इंडिया गठबंधन में सहमती नहीं बनती दीख रही है? जानिए, इसकी वजह क्या है और गठबंधन के दल कैसे लड़ेंगे।
एक तरफ़ जदयू और आरजेडी 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं तो कांग्रेस की दावेदारी 10 लोकसभा सीटों पर है। दूसरी ओर वामपंथी दल भी 11 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इस तरह कुल सीट 55 हो जाती हैं हालाँकि एक ही सीट पर कई दावेदारी होने की वजह से यह संख्या कम भी हो सकती है। राजनीतिक गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गई है कि अगर इंडिया गठबंधन के घटक दल सीट शेयरिंग पर कोई सर्वसम्मत समझौता नहीं कर सकते तो क्या यहां फ्रेंडली फाइट भी हो सकती है? इंडिया गठबंधन की योजना वैसे वन टू वन यानी एनडीए के उम्मीदवार के खिलाफ इंडिया की ओर से भी एक ही उम्मीदवार देने की है लेकिन फिलहाल इसमें काफी अड़चनें नजर आ रही हैं।