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बिहार: अब आया दूसरा कैलेंडर, हिंदू त्योहार पर छुट्टियाँ नहीं हुईं कम!

बिहार शिक्षा विभाग द्वारा जारी छुट्टी के कैलेंडर पर बवाल के बीच अब इसमें एक नया मोड़ आ गया है। दरअसल, इस बार पहली बार छुट्टियों का दो कैलेंडर जारी किया गया है। पहले वाले जिस कैलेंडर में हिंदू त्योहारों पर छुट्टियाँ कम करने व मुस्लिमों के बढ़ाने के आरोप लग रहे थे, वह उर्दू स्कूलों के लिए है। शिक्षा विभाग ने अब जो दूसरा कैलेंडर जारी किया है उसमें रक्षाबंधन, बसंत पंचमी, भैया दूज जैसे त्योहारों वाली सभी छुट्टियाँ हैं और इसमें मुस्लिमों की छुट्टियाँ कम हैं। दूसरा कैलेंडर गैर उर्दू स्कूलों के लिए है।

इससे पहले शिक्षा विभाग द्वारा जारी छुट्टियों के पहले कैलेंडर के बाद बिहार की नीतीश सरकार बीजेपी के निशाने पर रही। बीजेपी ने उस पर तरह तरह के आरोप लगाए। दूसरे कैलेंडर में क्या-क्या है, यह जानने से पहले यह जान लें कि पहले कैलेंडर जारी होने के बाद नीतीश सरकार पर कैसे-कैसे आरोप लगे।

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पहला कैलेंडार जारी होने के बाद बीजेपी ने मंगलवार को हिंदू त्योहारों के दौरान राज्य के स्कूलों में छुट्टियों की संख्या कथित तौर पर कम करने और मुस्लिम त्योहारों के लिए इसे बढ़ाने के लिए नीतीश सरकार के ख़िलाफ़ हमला किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि यह तानाशाही और तुगलकी फरमान है, सरकार को अपना निर्णय वापस लेना पड़ेगा। शिक्षा विभाग के इस फ़ैसले को बीजेपी ने तुष्टीकरण की राजनीति भी क़रार दिया।

बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तो 'गजवा-ए-हिंद का हिस्सा' और 'इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ बिहार' कहकर नीतीश सरकार की आलोचना की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'नीतीश और लालू सरकार ने स्कूलों में मुस्लिम पर्व की छुट्टी बढ़ाई, हिंदू त्योहारों में छुट्टी की ख़त्म।'

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा था, 'बिहार में कई हिंदू त्योहारों की छुट्टियां खत्म कर दी गई हैं और ईद मुहर्रम की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं, यह भी गजवा-ए-हिंद का एक हिस्सा है।' नीतीश कुमार और लालू यादव पर हमला करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि जिस तरह से लालू यादव और नीतीश सरकार हिंदुओं पर हमला कर रही है, भविष्य में उन्हें मोहम्मद नीतीश और मोहम्मद लालू के नाम से जाना जाएगा।

नीतीश कुमार को 'तुष्टीकरण की राजनीति का मास्टर' बताते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने दावा किया कि एक बार फिर जेडीयू-आरजेडी सरकार का हिंदू विरोधी चेहरा सामने आया है, उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार सरकार 'वोट बैंक के लिए सनातन से नफरत करती है।'

भाजपा सांसद सुशील मोदी ने एएनआई से कहा, 'नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने हिंदू विरोधी चेहरा दिखाया है और हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का फैसला लिया है... हिंदू त्योहारों की छुट्टियों में चुनिंदा रूप से कटौती की गई है, जबकि मुस्लिम त्योहारों के लिए छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं।'
रिपोर्टों के मुताबिक़, बिहार शिक्षा विभाग ने सोमवार को 2024 के लिए पहला अवकाश कैलेंडर जारी किया था और कहा था कि शिक्षा के अधिकार के तहत कम से कम 220 शिक्षण दिवस सुनिश्चित करने के लिए चार्ट बनाया गया है। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि वर्ष 2024 के अवकाश कैलेंडर में भारी बदलाव देखा गया है। गर्मी की छुट्टियों के दिनों की संख्या 20 से बढ़कर 30 हो गई है। इस कैलेंडर के मुताबिक़ साल 2024 में महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी, रक्षाबंधन, तीज और जिउतिया जैसे त्योहारों पर इस साल कोई छुट्टी नहीं होगी। 
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बीजेपी के आरोपों पर जदयू की ओर से सफाई दी गई है। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि छुट्टियों को कम नहीं किया गया है सिर्फ समायोजन किया गया है, पहले जितने कार्य दिवस छुट्टी दिए जाते थे आज भी उतने ही हैं। उन्होंने कहा, 'शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत 220 दिनों तक पढ़ाई का प्रावधान है और 60 दिन अवकाश दिया जाता रहा है। पिछले 3 साल के दौरान इतनी ही छुट्टियां दी जा रही हैं। शिक्षा विभाग के फैसले को धार्मिक चश्मे से देखने की जरूरत नहीं है। इसे शिक्षा के अधिकार अधिनियम के चश्मे से देखा जाए।'

उर्दू व गैर उर्दू स्कूलों के लिए अलग-अलग कैलेंडर

शिक्षा विभाग ने पहली बार गैर उर्दू स्कूलों और उर्दू स्कूलों के लिए अलग–अलग कैलेंडर जारी किया है। इसके पहले शिक्षा विभाग की तरफ़ से एक ही कैलेंडर जारी किया जाता था। दोनों कैलेंडरों में अलग-अलग छुट्टियों का प्रावधान है। गैर उर्दू स्कूलों में महाशिवरात्रि, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, जानकी नवमी की छुट्टी होगी, जबकि उर्दू स्कूलों में ये छुट्टियाँ नहीं होंगी। उर्दू स्कूलों में ईद की छुट्टी तीन दिनों की जबकि गैर उर्दू स्कूलों में एक दिन की छुट्टी की गई है। बकरीद पर उर्दू स्कूलों में तीन दिनों की जबकि गैर उर्दू स्कूलों में एक दिन की छुट्टी की गई है। उर्दू स्कूलों में रक्षाबंधन, तीज और जिउतिया की कोई छुट्टी नहीं होगी, जबकि गैर उर्दू स्कूलों में होगी। छठ पूजा पर दोनों कैलेंडर में तीन दिन की छुट्टी शामिल की गई है।

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क़मर वहीद नक़वी
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