बिहार के सीतामढ़ी में पंचायत शिक्षक के पद पर कार्यरत संजीव कुमार ने बीते शनिवार को हाथ की नस काट कर आत्महत्या का प्रयास किया। संजीव को 2015 से तनख़्वाह नहीं मिली थी। जब एक महीने तनख़्वाह न आए तो, आम आदमी के लिए मुसीबतों का पहाड़ खड़ा हो जाता है, सोचिए कि 2015 से तनख़्वाह न आने के चलते वह कितने परेशान हुए होंगे और इसी परेशानी में उन्होंने ख़ुद के जीवन को ख़त्म करने का फ़ैसला ले लिया।