बिहार में गुरुवार को रामनवमी छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण तरीके से मना ली गई थी लेकिन अगले दिन से दो बड़े शहरों से दंगों की खबर आनी शुरू हो गई। पहले सासाराम और फिर बिहारशरीफ से रामनवमी के जुलूस से संबंधित तोड़फोड़, मारपीट और आगजनी की खबरें तेजी से फैलीं। दोनों शहर संवेदनशील माने जाते हैं और यहां पहले भी बड़े दंगे हो चुके हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बयान दिया है कि यह किसी की जान बूझकर की गई हरकत है।

रामनवमी पर बिहार में हुई हिंसा कई मायने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीति को प्रभावित करेगी। अगर वो इसे संभाल नहीं पाए तो इसका नुकसान उन्हें जरूर होगा। यह चिन्ताजनक है कि बिहार में जहां-जहां दंगे हुए, वहां पुलिस ने कार्रवाई करने में निष्क्रियता बरती।