दुनिया के सबसे अमीर तिरुपति मंदिर में क्या वीआईपी दर्शन की व्यवस्था ख़त्म हो सकती है? यह सवाल दो कारणों से महत्वपूर्ण है। एक तो यह कि एक याचिका पर सुनवाई करते हुए आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने मंदिर प्रबंधन से इस पर जवाब माँगा है। और दूसरा यह कि इस दर्शन व्यवस्था के कारण आम श्रद्धालुओं को घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ता है जो काफ़ी पीड़ादायक है और इस व्यवस्था के ख़त्म होने से हर रोज़ आने वाले हज़ारों श्रद्धालुओं को काफ़ी ज़्यादा राहत मिलेगी। लेकिन क्या सच में ऐसा संभव है कि वीआईपी व्यवस्था को बंद कर दिया जाए? मंदिर प्रबंधन की जैसी प्रतिक्रियाएँ और इस पर रिपोर्टें छन-छन कर आ रही हैं उससे तो लगता है कि इसे ख़त्म नहीं किया जाएगा, बल्कि कुछ बदलाव ज़रूर कर दिया जाएगा। तो सवाल उठता है कि क्या होगी नयी व्यवस्था और इससे आम श्रद्धालुओं को कितनी राहत मिलेगी?