उत्तर प्रदेश बीजेपी ने एक वीडियो अपलोड किया है -जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में रामलला की आरती उतार रहे हैं और वीडियो का थीम सॉंग है- ‘योगी जी को यूपी में लाएं दोस्तो, यूपी में भगवा फहराएं दोस्तो।’
क्या चुनाव के बाद की राजनीति पर काम शुरू हो गया है?
- विश्लेषण
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- 16 Jan, 2022

राजनीतिक विश्लेषकों की राय को माना जाए तो यह चुनाव करीब-करीब 1993 के विधानसभा के माहौल में पहुँच गया है। हालाँकि इस बार समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच कोई गठबंधन नहीं है, लेकिन राजनीतिक माहौल कमोवेश वैसा ही है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की अधिसूचना जारी होने के साथ ही माहौल गर्माने लगा है लेकिन क्या उसके साथ ही तसवीर बदलने के संकेत मिलने लगे हैं? मकर संक्रांति के दिन लखनऊ में दो तसवीरें दिख रही थीं, एक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक दलित के घर पर उनके साथ भोजन कर रहे थे तो दूसरी तरफ़ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में स्वामी प्रसाद मौर्य समेत बहुत से दलित और अति पिछड़े नेता पार्टी में शामिल हो रहे थे और हज़ारों की तादाद में मौजूद कार्यकर्ता उम्मीद से भरे दिख रहे थे।