भारत में चुनाव के सबसे बड़े रणनीतिकार माने जाने वाले प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी, बिहार विधानसभा के उप चुनाव में कोई करिश्मा नहीं दिखा पायी। चारों सीटों पर एनडीए जीत गया। राज्य की राजनीति के नए नवेले खिलाड़ी प्रशांत किशोर की पार्टी कोई सीट तो नहीं जीत सकी, लेकिन आरजे डी- कांग्रेस के इंडिया गठबंधन की हार को आसान कर दिया। यानी दूसरी तरफ से देखें तो बीजेपी- जेडीयू गठबंधन के लिये फायदेमंद साबित हुए।