दुनिया में मंहगाई एक ऐसा अश्व यानि घोड़ा है जिसका कोई मालिक नहीं है। कोई सरकार इस घोड़े की लगाम थामने में आजतक कामयाब नहीं हुई। पहले इस मंहगाई के घोड़े की लगाम कसने के लिए जनता भी हड़ताल और आंदोलन कर सरकारों पर दबाब बनाती थी,किन्तु अब जनता ने मंहगाई को अपना नसीब मान लिया है। भारत में मंहगाई भगवान का कोप मानी जाती है। कोई भी अब इसे सरकार की नाकामी नहीं मानता। माने भी कैसे ,ये तो अजर -अमर है।