दुनिया में मंहगाई एक ऐसा अश्व यानि घोड़ा है जिसका कोई मालिक नहीं है। कोई सरकार इस घोड़े की लगाम थामने में आजतक कामयाब नहीं हुई। पहले इस मंहगाई के घोड़े की लगाम कसने के लिए जनता भी हड़ताल और आंदोलन कर सरकारों पर दबाब बनाती थी,किन्तु अब जनता ने मंहगाई को अपना नसीब मान लिया है। भारत में मंहगाई भगवान का कोप मानी जाती है। कोई भी अब इसे सरकार की नाकामी नहीं मानता। माने भी कैसे ,ये तो अजर -अमर है।
सरकार क्या क्या करे...महंगाई की चिन्ता करे या चुनाव जीतने की!
- विश्लेषण
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- 29 Mar, 2025
सरकार की परेशानी क्या क्या है, वो कैसे जूझती है। हम आप क्या जानें। लेकिन लेखक राकेश अचल सरकार की परेशानी कुछ-कुछ समझ रहे हैं। इसे पढ़कर आप भी उनसे समझ सकते हैं।
