विधायकों से ज्यादा अगर हारे हुए उम्मीदवारों को वोट मिले तो इसे सफल संसदीय लोकतंत्र कहा जाए या नहीं- बड़ा सवाल है। इस सवाल से बचने और बचते रहने का मतलब है सच्चे लोकतंत्र से देश को दूर रखना। हालांकि कर्नाटक ऐसा पहला प्रदेश नहीं है जहां हारे हुए उम्मीदवारों को जीते हुए विधायकों से ज्यादा वोट मिले हैं लेकिन कभी इसकी चर्चा नहीं हुई।कर्नाटक में हारे हुए उम्मीदवारों को 1.94 करोड़ वोट मिले हैं जबकि जीते हुए विधायकों को कुल 1.89 वोट मिले हैं। विधायकों को 48.76% वोट मिले हैं जबकि हारे हुए उम्मीदवारों को 51.24% वोट हासिल हुए हैं।