प्रधानमंत्री मोदी के जन्म के लगभग बीस साल पहले अमेरिका की मशहूर टाइम मैगज़ीन ने ‘टाइम पर्सन ऑफ़ द इयर’ चुनते हुए महात्मा गाँधी की तस्वीर अपने कवर पेज पर छापी थी। 1927 से यह ख़िताब पूरी दुनिया को अपनी शख़्सियत से सबसे ज़्यादा प्रभावित करने वाले व्यक्ति को दिया जाता है और महात्मा गाँधी अकेले भारतीय हैं जिन्हें यह सम्मान हासिल हुआ है।
फ़िल्म ही नहीं मोदी के पैदा होने से पहले विश्वप्रसिद्ध हो चुके थे गाँधी!
- विश्लेषण
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- 30 May, 2024
महात्मा गांधी पर निम्नस्तरीय बयान देने वाले नरेंद्र मोदी शायद ही माफी मांगे। क्योंकि जिस शख्स ने मणिपुर की महिलाओं के आंसू पोंछने की जरूरत नहीं समझी, जो शख्स मुंबई के घाटकोपर में रोड शो करता रहा और वहां होर्डिंग गिरने से मारे गए लोगों के प्रति संवेदना नहीं दिखाई, उससे आप क्या उम्मीद कर सकते हैं। भाजपा जरूर एक पहल कर सकती है कि वो मोदी की तरफ से माफी मांग ले। लेकिन गोडसे और सावरकर के मानस पुत्रों से आप क्या उम्मीद कर सकते हैं। वरिष्ठ पत्रकार पंकज श्रीवास्तव ने मोदी के गैरजिम्मेदाराना बयान पर कलम चलाई है। पढ़िएः
