कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने जाति जनगणना का विरोध करके कांग्रेस के अंदर बैठे उन नेताओं की असहजता सामने ला दी है जो सामाजिक न्याय को राजनीतिक एजेंडा बनाने के पार्टी के फ़ैसले से परेशान हैं। वे इसे जातिवाद बढ़ाने वाला क़दम मानते हैं। आनंद शर्मा ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे अपने पत्र में इसके लिए 1980 में पार्टी के नारे ‘जात न पात पर, मुहर लगेगी हाथ पर’ की याद दिलाते हुए इसे इंदिरा गाँधी और राजीव गाँधी की विरासत का अपमान बताया है।
जातिवाद बढ़ायेगी नहीं, जाति प्रथा को कमज़ोर करेगी जाति जनगणना
- विश्लेषण
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- 24 Mar, 2024
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री आनंद शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखकर जाति जनगणना का विरोध किया है। आनंद शर्मा ने अपना विरोध पार्टी के मंचों पर करने की बजाय सार्वजनिक कर दिया। ऐसे में पार्टी ने जाति जनगणना का वादा करके एक साहसिक कदम उठाया है तो छिपे हुए मनुवादियों की तिलमिलाहट बढ़ गई है। जाहिर है कि आनंद शर्मा भी उसी मनुवाद का हिस्सा हैं। वरिष्ठ पत्रकार पंकज श्रीवास्तव ने इस मुद्दे को बारीकी से समझाया है। पढ़िएः
