नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. ओली के द्वारा हाल में दिया गया भारत विरोधी बयान अब उनके लिए मुसीबत बन गया है। ओली ने आरोप लगाया था कि भारत सरकार, भारतीय दूतावास द्वारा उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने की कोशिश की जा रही है।
भारत विरोधी तेवर दिखाने वाले ओली के ख़िलाफ़ नेपाल में ही बग़ावत
- दुनिया
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- 1 Jul, 2020
ओली के बयान पर पूर्व प्रधानमंत्री और पार्टी में उनके प्रतिद्वंद्वी पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने उनके ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है।

नेपाली अख़बार काठमांडू पोस्ट के मुताबिक़ ओली ने कहा था, ‘नई दिल्ली से मीडिया में आ रही ख़बरों, दूतावास की गतिविधियों और काठमांडू के होटलों में हो रही बैठकों को देखकर यह समझना मुश्किल नहीं है कि किस तरह लोग मुझे हटाने के लिए खुलकर सक्रिय हो चुके हैं लेकिन वे सफल नहीं होंगे।’ ओली ने इसमें कई नेपाली नेताओं के भी शामिल होने की बात कही थी।
इस वजह से ओली का नेपाल में सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में ही विरोध हो रहा है और उनसे इस्तीफ़ा देने के लिए कहा गया है। ओली के इस बयान पर पूर्व प्रधानमंत्री और पार्टी में उनके प्रतिद्वंद्वी पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने उनके ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है।